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शनि जयंती पर 149 वर्ष बाद बन रहा अद्भुत संयोग, जानें आपकी राशि पर क्या पड़ेगा प्रभाव

इस बार तीन जून को मनाई जा रही शनि जयंती खास होगी। इसी दिन सोमवती अमावस्या के साथ-साथ वट सावित्री व्रत भी रखा जाएगा।

By Edited By: Published: Thu, 30 May 2019 05:34 AM (IST)Updated: Fri, 31 May 2019 08:36 AM (IST)
शनि जयंती पर 149 वर्ष बाद बन रहा अद्भुत संयोग, जानें आपकी राशि पर क्या पड़ेगा प्रभाव
शनि जयंती पर 149 वर्ष बाद बन रहा अद्भुत संयोग, जानें आपकी राशि पर क्या पड़ेगा प्रभाव

जालंधर [शाम सहगल] इस बार तीन जून को मनाई जा रही शनि जयंती खास होगी। इसी दिन ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की अमावस्या यानि सोमवती अमावस्या के साथ-साथ वट सावित्री व्रत भी रखा जाएगा। एक ही दिन तीन शुभ आयोजन होने के चलते इसका महत्व कई गुणा बढ़ जाता है। ऐसा संयोग 149 वर्ष बाद बनने जा रहा है। इससे पूर्व यह संयोग 30 मई 1870 को बना था।

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जानकारों की मानें तो जिन राशियों में भगवान शनि का ढैय्या या साढ़ेसाती चल रही है, उनके लिए इस अद्भुत संयोग के बीच भगवान शनि की पूजा करना लाभदायक होगा। श्री हरि कृष्ण मंदिर अशोक नगर के प्रमुख पुजारी पंडित प्रमोद शास्त्री ने बताया कि शनि जयंती के दिन सर्वार्थसिद्धि योग बन रहा जिसका प्रभाव पूरा दिन व रात के समय में भी रहेगा। इस बीच भगवान शिव व भगवान शिव की पूजा व अराधना करने से शनि के ढैय्या के प्रकोप से बचा जा सकता है।

प्राचीन शिव मंदिर, गुड़ मंडी के प्रमुख पुजारी पंडित नारायण शास्त्री ने कहा कि भगवान शनि देव कर्मदाता तथा न्याय प्रिय देव हैं। जिस राशि में भगवान शनि का प्रवेश होता है उसे धर्म व अध्यात्म की पालना करते हुए समाज में न्याय करना चाहिए। कारण, भगवान शनि देव अच्छे कर्म करने वालों को बेहतर तथा बुरे कर्म वालों की बुरे परिणाम देते हैं।

यूं करें भगवान शनि देव की पूजा

भगवान शनिदेव जयंती पर श्रद्धालु व्रत भी रखते हैं। खासकर व्रत रखने वाले श्रद्धालुओं को विधिवपूर्वक पूजा करनी चाहिए। जिसके तहत साफ लकड़ी पर काले रंग का कपड़ा बिछाकर उसके ऊपर शनिदेव की प्रतिमा को स्थापित करना चाहिए। जिसे पंचामृत व इत्र से स्नान करवाने के उपरांत सिंदूर, कुमकुम, काजल, अबीर, गुलाल अर्पित करें। इसके बाद पूजा करने के दौरान भगवान शनि मंत्र की माला का जाप करना चाहिए।

दो जून को शुरू होगी अमावस्या

अमावस्या आरंभ : 4.39 बजे (दो जून)
अमावस्या समाप्त : 3. 31 बजे (तीन जून)

किस राशि वाले क्या बरतें सावधानी

मेष : पैसे निवेश करने से बचें व ड्राइविंग ध्यान से करें। जरूरतमंद को सरसों का तेल व नमक का दान करें।

वृषभ: शनि के ढैय्या का प्रभाव रहेगा। बेहतर आय के साधन बन सकते है। गुड़ व चने का दान करें।

मिथुन: समय समान्य रहेगा। भगवान शिव की अराधना करें व जरूरतमंदों को वस्त्र दान करें।

कर्क: कारोबार में वृद्धि की स्थिति है। विवाद निपटाने में सफलता। गोसेवा करें।

सिंह: विवाद से दूर रहे। पक्षियों को जल व पानी उपलब्ध करवाएं।

कन्या: नया काम शुरू करने से परहेज करें। चावल का दान करें।

तुला: कारोबार संभालकर करें। जरूरतमंद को भोजन व फल भेंट करें।

वृश्चिक: कारोबार व समाज मे ध्यानपूर्वक रहें। जरूरतमंद लोगों व पक्षियों की सेवा करें।

धनु: कारोबार में उन्नति व नौकरी में तरक्की की संभावना। असहाय लोगों की मदद करें।

मकर: शनि की साढ़ेसाती होने के चलते समझदारी से करें मुश्किलों का समाधान। पशु व पक्षियों की सेवा करें।

कुंभ: प्रतिभा बनी रहेगी। व्यापार में लाभ की संभावना। फल व मिठाईयों का दान करें।

मीन: कारोबार में सफलता व कार्यक्षेत्र में विस्तार की संभावना। फलों का दान करें।

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