शुगर कर देती है मरीज को अंदर से खोखला, दिल और किडनी के लिए भी बेहद खतरनाक
डॉ. विपन तलवाड़ ने बताया कि शुगर के मरीजों को दवा का सेवन करने के साथ समय-समय पर शुगर की जांच करवानी चाहिए।
जागरण संवाददाता, जालंधर। शुगर की बीमारी मरीजों को अंदर ही अंदर खोखला कर देती है। शुगर मरीजों के दिल और किडनी के लिए भी खतरनाक साबित होती है। यह जानकारी शनिवार को कार्डियक एंड ईको फोरम की ओर से आयोजित संगोष्ठी में गोल्डन अस्पताल के डाॅ. विपन तलवाड़ ने दी।
उन्होंने बताया कि शुगर के मरीजों को दवा का सेवन करने के साथ समय-समय पर शुगर की जांच करवानी चाहिए ताकि पता चल सके शुगर कंट्रोल करने वाली दवा कितनी कारगर साबित हो रही है और इसका शरीर के दूसरे अंगों पर क्या असर पड़ रहा है। जांच के बाद आधुनिक तकनीक से तैयार दवाइयों का सेवन कर दिल और किडनी को ठीक रखा जा सकता है।
न्यू रूबी अस्पताल के डाॅ. एसपीएस ग्रोवर ने बताया कि शुगर के मरीज का इलाज शुरू करने से पहले उसके दिल, किडनी व लीवर आदि की गहन जांच कर लेनी चाहिए। इसके बाद ही सभी की मौजूदा स्थिति को मद्देनजर रखते हुए उस दवा का चयन करना चाहिए जो मरीज की शुगर के साथ उसे दूसरे महत्वपूर्ण अंगों को सुरक्षित कर सके। बीबीसी हार्ट केयर के डाॅ. ले. जनरल सेवानिवृत्त डाॅ. चरणजीत सिंह ने बताया कि जिन मरीजों में शुगर काबू करने में दवाइयां बेअसर या फिर मरीज के अंगों के लिए घातक साबित होती हैं, उन मरीजों को इंसुलिन के कीटे से ठीक करना संभव है।
इंडिया किडनी के डाॅ. रघुविंदर सिंह ने कहा कि शुगर दिल के अलावा किडनी के लिए भी अधिक खतरनाक है। दवाइयों से बीमारी को रोकना संभव है। इस मौके पर डाॅ. सीपी सिक्का, डाॅ. राज कुमार बद्धन, डाॅ. हरवीन कौर, डाॅ. एचएस ढिंगरा, डाॅ. जीबीएस बब्बर के अलावा फोरम के अन्य सदस्य व पदाधिकारी मौजूद थे।