मंत्री के कहने पर सचिव आरटीए की ट्रांसपोर्ट विभाग से छुट्टी, गाड़ी में पकड़ा गया था फर्जी आरटीए
कंवलजीत ट्रांसपोर्ट विभाग में पिछले 15 सालों से जमे उन तीन पीसीएस अधिकारियों में से हैं जिन्हें हटाने की सिफारिश परिवहन मंत्री अरुणा चौधरी ने सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह से की थी।
जालंधर [सत्येन ओझा]। अपने छह महीने के कार्यकाल में विवादों में घिरे रहने वाले आरटीए सचिव जालंधर कंवलजीत सिंह से ट्रांसपोर्ट विभाग छीन लिया गया है। कंवलजीत ट्रांसपोर्ट विभाग में पिछले 15 सालों से जमे उन तीन पीसीएस अधिकारियों में से हैं जिन्हें हटाने की सिफारिश परिवहन मंत्री अरुणा चौधरी ने सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह से की थी।
16 जुलाई को जालंधर में पदभार संभालने वाले आरटीए सचिव कंवलजीत के कार्यकाल में कई बड़े घोटालों का खुलासा हुआ। पिछले साल 11 दिसंबर को कंवलजीत उस समय निशाने पर आ गए थे, जब उनके चहेते दो निजी कारिंदे कपूरथला के थाना सुजानपुर में उनके नाम पर अलॉट सरकारी गाड़ी में फर्जी सचिव बनकर वसूली करते पकड़े गए थे। दैनिक जागरण ने 12 दिसंबर के अंक में प्रमुखता से उसका खुलासा किया था।
नितीश सिंगला बने नए सचिव
पंजाब सरकार के चीफ सेक्रेटरी करन अवतार सिंह के आदेशानुसार अमृतसर नगर निगम में ज्वाइंट कमिश्नर नितीश सिंगला को जालंधर का नया आरटीए सचिव बनाया गया है। निवर्तमान सचिव कंवलजीत सिंह से ट्रांसपोर्ट विभाग छीनकर उन्हें अमृतसर नगर निगम का ज्वाइंट कमिश्नर बनाया गया है।
कंवलजीत के कार्यकाल में ये बड़े विवाद
विवाद नं.1
कपूरथला से सुजानपुर थाना पुलिस ने 11 दिसंबर को आरटीए सचिव जालंधर के नाम अलॉट सरकारी गाड़ी पीबी-65एच-9120 में सवार होकर फर्जी डीटीओ बने एक युवक को हिरासत में लेकर गाड़ी जब्त की थी। एक युवक मौके से फरार हो गया था। पुलिस जांच में पता चला कि मौके से पकड़ा गया अमनदीप सचिव का चहेता था, हालांकि उन्होंने अपना निजी ड्राईवर बताकर उसे बचा लिया था। मौके से भागा एनके भी सचिव का निजी कारिंदा निकला था जो उनके ऑफिस के सामने ही कॉमर्शियल वाहनों का चालान का कामकाज देखता था।
विवाद नं.2
जालंधर में एटीओ रह चुके सुखविंदर सिंह बराड़ ने फर्जी बैगलॉग एन्ट्री से फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने के मामले का पिछले साल 12 सितंबर को भंडाफोड़ किया था। मामले का खुलासा होने के बाद उन्होंने अर्बन एस्टेट फेस-2 निवासी विजय कुमार नामक एक व्यक्ति के नाम नोटिस जारी कर अपना पक्ष रखने को कहा था। आरटीए मुलाजिमों की शह पर बटाला से जालंधर की सीरीज पीबी-08 की फर्जी बैगलॉग एन्ट्री डलवाकर यहां से लाइसेंस प्रिंट किया गया था।
धोखाधड़ी के इस मामले में डॉक्यूमेंट की वेरीफिकेशन करने वाली महिला मुलाजिम, स्कैनिंग और प्रिंटिंग करने वाले की संलिप्तता सामने आई थी। आरटीए सचिव ने इस मामले को दबा दिया था। आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। मामला ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री में पहुंचने पर बैगलॉग एंट्री ही दो महीने के लिए बंद कर दी गई थी। दो महीने बाद जब दोबारा बैक लॉग एंट्री शुरू हुई तो बैकलॉग एंट्री का पासवर्ड पुरुष मुलाजिम के नाम बनवाकर जिम्मेदारी उसी महिला मुलाजिम को सौंप दी गई जिसकी धोखाधड़ी के मामले में संलिप्तता सामने आई थी।
सुधार की प्रक्रिया शुरू हो गई हैः चौधरी
परिवहन मंत्री अरुणा चौधरी ने बात करने पर कहा कि लंबे समय से विभाग में जमे तीन अधिकारियों के तबादलों की सिफारिश मुख्यमंत्री से की थी। सचिव का तबादला कर दिया गया है बाकी पर भी जल्द अमल होगा। विभाग के कामकाज में सुधारने में इससे मदद मिलेगी।
कंवलजीत सिंह, जिनसे सचिव आरटीए के पद से हटा दिया गया है।