दूसरा साइकिल ट्रैक भी वेस्ट हलके में, 120 फुटी रोड के दोनों तरफ किया जाएगा निर्माण
58 करोड़ रुपये से स्मार्ट रोड प्रोजेक्ट के तहत कपूरथला रोड से बाबू जगजीवन राम चौक होते हुए बीर बबरीक चौक तक सड़क के दोनों तरफ साइकिल ट्रैक का निर्माण होगा।
[जगजीत सिंह] जालंधर। स्मार्ट सिटी में दूसरा साइकिल ट्रैक भी वेस्ट हलके में 120 फुटी रोड पर बनेगा। इसकी डीपीआर तैयार कर ली गई है। यह 58 करोड़ रुपये के स्मार्ट रोड प्रोजेक्ट का हिस्सा है। कपूरथला रोड से बाबू जगजीवन राम चौक होते हुए बीर बबरीक चौक तक सड़क के दोनों तरफ इसका निर्माण होगा। इसकी लंबाई करीब 1300 मीटर होगी। ट्रैक बनाने से ट्रैफिक सिस्टम ठीक होने की उम्मीद की जा रही है।
120 फुट रोड पर बरसाती पानी की निकासी के लिए भी एक प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है। बरसात के पानी को ड्रेन में फेंका जाएगा और इसके लिए पाइप लाइन, पंपिंग स्टेशन, वाटर वेल प्लान किया गया है। इस पर करीब 65 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। इससे पहले नहर के किनारे भी 4.80 किमी लंबा साइकिल ट्रैक बनाया जाना फाइनल किया जा चुका है। नहर के सुंदरीकरण के तहत 11.40 करोड़ से साइकिल ट्रैक और फुटपाथ और ग्रीन बेल्ट डवलप करने के काम का टेंडर लोकसभा चुनाव के बाद लगेगा।
वेस्ट हलके में वॉकिंग स्ट्रीट डवलप करने का प्लान
वेस्ट हलके के विधायक सुशील रिंकू हलके में एक वॉकिंग स्ट्रीट बनवाने की कोशिश कर रहे हैं। रिंकू चाहते हैं कि नहर किनारे प्रस्तावित साइकिल ट्रैक और फुटपाथ को वॉकिंग स्ट्रीट के रूप में डवलप किया जाए। सुबह और शाम तय समय के दौरान फुटपाथ वाली रोड को ट्रैफिक के लिए बंद रखा जाए ताकि लोग सैर कर सकें। साइकिल ट्रैक भी बिना रुकावट के ही चलाना चाहिए। फिलहाल वेस्ट हलके में लोगों के लिए सैरगाह के रूप में कॉमन जगह नहीं है। नहर की डवलपमेंट से यह कमी दूरी हो सकती है।
10.26 किलोमीटर फुटपाथ बनाए जाएंगे
जागरण संवाददाता, जालंधर: स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए फुटपाथ बनाए जाएंगे। पैदल आने जाने वालों को सुरक्षित रास्ता देने के लिए ही यह प्लान बनाया गया है। फुटपाथ और साइकिल ट्रैक डवलप करने का मकसद पैदल आने जाने वालों के साथ-साथ नॉन मोटराइज्ड व्हीक्लस को प्रमोट करना है। पहले फेस में स्मार्ट सिटी के एरिया बेस्ड डवलपमेंट इलाके में कुछ व्यस्त सड़कों पर फुटपाथ बनाने का फैसला लिया गया है। फुटपाथ और साइकिल ट्रैक इसी प्रोजेक्ट का हिस्सा है। एबीडी एरिया के तहत आते इलाके जेपी नगर, गुलाब देवी रोड, मिट्ठू बस्ती, डीएवी कॉलेज नहर, बस्ती नौ की रोड पर सड़क के दोनों तरफ फुटपाथ बनाया जाना है। यह नहर किनारे साइकिल ट्रैक और ट्रैफिक मैनेजमेंट के 11.40 करोड़ रुपये का हिस्सा है। इन इलाकों में कुल 10.26 किलोमीटर सड़कों पर फटपाथ बनाए जाएंगे। इसकी डीपआर रेडी हो गई है। सरकार ने प्रोजेक्ट को मंजूर कर लिया है और लोकसभा चुनाव के बाद टेंडर लगेंगे।
यहां बनेंगे फुटपाथ
1. नहर के किनारे, गुलाब देवी रोड पर रेलवे क्राङ्क्षसग से दानिशमंदा तक : 4.81 किलोमीटर।
2. जेपी नगर, चिक-चकि चौक से 120 फुट रोड तक दोनों तरफ : 1.79 किलोमीटर।
3. बस्ती नो रोड, फुटबॉल चौक से बस्ती नौ, दोनों तरफ : 670 मीटर।
4. मि_ू बस्ती रोड, बस्ती बावा खेल नहर से झंडियावाला पीर चौक 1.63 किलोमीटर।
5. गुलाब देवी रोड, महावीर मार्ग से नहर वाला चौक, दोनों तरफ : 1.36 किलामीटर।
ढाई मीटर चौड़ा होगा फुटपाथ
डीपीआर बनाते समय तय किया गया है कि फुटपाथ की चौड़ाई 2.5 मीटर रखनी होगी। फुटपाथ ऐसा बनाना होगा कि सीनियर सिटीजन, बच्चों को मुश्किल न हो। जहां फुटपाथ 150 एमएम से ऊंचें होंगे वहां बुजुर्गों के लिए रैंप की व्यवस्था करनी होगी। जहां ट्रैफिक लाइट््स या क्राङ्क्षसग होगी वहां जेब्रा क्राङ्क्षसग को फुटपाथ से जोडऩा होगा। बस स्टाप भी फुटपाथ पर नहीं बनाए जाएंगे।
बिजली के खंभे, ट्रांसफार्मर शिफ्ट करेंगे
प्रोजेक्ट तैयार करते समय तय किया गया है कि जिन सड़कों पर फुटपाथ का प्रस्ताव है उन सड़कों पर लगे बिजली के खंभे, ट्रासफार्मर शिफ्ट किए जाएंगे। इस पर करीब सवा दो करोड़ रुपये खर्च आएगा। स्कूल, कॉलेजों के पास टेबल टॉप क्राङ्क्षसग का इंतजाम करना होगा। यह क्राङ्क्षसग सड़क से कुछ ऊंची होती है और वाहनों को भी स्लो होना पड़ा है।
नए फुटपाथ पर करोड़ों खर्च कर रहे, पुराने चलने लायक भी नहीं
शहर में जिन पांच प्रतिशत सड़कों पर फुटपाथ हैं वह भी चलने लायक नहीं हैं। प्रोजेक्ट बनाते समय सिर्फ पैदल चलने वालों पर फोकस किया गया। मेन रोड से कनेक्टेड 40 प्रतिशत सड़कों से तो फुटपाथ ही गायब हैं। निगम ने फुटपाथ बनाकर बिल्कुल बीच में पेड़ लगा कर रुकावट पैदा की है। पावरकाम ने बिजली के खंभेे, ट्रांसफार्मर लगाए हैं। फुटपाथों पर बस स्टाप बनाएं हैं। नए फुटपाथ बनाने पर करोड़ों खर्च किए जा रहे हैं लेकिन पुराने फुटपाथ को चलने लायक बनाने का कोई रास्ता नहीं निकाला जा रहा। बढ़ते सड़क हादसों पर हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार से पूछा था कि पैदल चलने और साइकिल चलाने वालों की सुरक्षा के लिए क्या प्रबंध किए जा रहे हैं। लोकल बाडी को इस पर काम करना है। शहर में राहगीर, साइकिल चालक पूरी तरह से इग्नोर हैं।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें