डॉ. मनमोहन ¨सह व दलाईलामा ने किया संत सीचेवाल का सम्मान
श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव को समर्पित समागम 'रहबर-ए-आलम, गुरु नानक-जीवन ते विरासत' में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन ¨सह व तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा ने वातावरण प्रेमी संत बलबीर ¨सह सीचेवाल को सम्मानित किया।
संवाद सूत्र, शाहकोट : श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव को समर्पित समागम 'रहबर-ए-आलम, गुरु नानक-जीवन ते विरासत' में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन ¨सह व तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा ने वातावरण प्रेमी संत बलबीर ¨सह सीचेवाल को सम्मानित किया। दिल्ली में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पंजाब स्टडीज भाई वीर ¨सह साहित्य सदन द्वारा आयोजित समारोह में संत सीचेवाल को यह सम्मान श्री गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं का प्रसार करने व पावन काली बेई को प्रदूषण मुक्त करने के लिए दिया गया।
इस मौके पर गुरु नानक देव जी के जीवन बारे लगाई गई प्रदर्शनी का उद्घाटन पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन ¨सह व दलाईलामा ने संत सीचेवाल की तरफ से सुल्तानपुर लोधी से लाई गई बेरी का पौधा लगाकर व उसे पावन काली बेई का जल सींचकर किया गया। मौके पर मनमोहन ¨सह ने संत बलबीर ¨सह सीचेवाल के कामों की प्रशंसा की। डॉ. मनमोहन ¨सह ने संबोधित करते हुए उस पवित्र काली बेई का जिक्र किया जहां श्री गुरु नानक देव जी ने सबकी भलाई का संदेश दिया था। वहीं, धर्म गुरु दलाईलामा ने अपने भाषण में कहा कि भारत ने 5000 साल पहले विश्व की अगुवाई की थी व विकसित देशों में अग्रणी था। मौके पर ¨पगलवाड़ा से इंद्रजीत कौर, पेंटर सिद्धार्थ, स्वर्णजीत सवी, स्वामी गुरदीप गिरी समेत कई शख्सियतों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर भाई मंजीत ¨सह, मंजीत ¨सह जीके, तरलोचन ¨सह, म¨हदर ¨सह व बलबीर माधोपुरी मौजूद थे।