संत बाबा कपूर सिंह निर्बाण की याद में गुरमति समागम करवाए
गुरुद्वारा कौचबेली (बहिराल) व गुरुद्वारा साधु बेला बहादुरपुर (यमुनानगर) में पंजाब की प्रसिद्ध धार्मिक शख्सियत संत बाबा कपूर सिंह निर्बाण की 105वीं याद में समागम करवाए।
संवाद सूत्र, जंडूसिघा : गुरुद्वारा कौचबेली (बहिराल) व गुरुद्वारा साधु बेला बहादुरपुर (यमुनानगर) में पंजाब की प्रसिद्ध धार्मिक शख्सियत संत बाबा कपूर सिंह निर्बाण की 105वीं याद, ननकाना साहिब के शहीदी साके की 100वीं व श्री गुरु तेग बहादुर साहिब की चौथी आगमन शताब्दी को लेकर दो महान गुरमति समागम करवाए गए। समागमों में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश की संगत भारी संख्या में पहुंची। यह समागम डेरा गुरुद्वारा संत सागर चाय वाला के मुख्य सेवादार संत बाबा हरजिदर सिंह की विशेष अगुआई में करवाए गए।
इन समागमों के संबंध में दोनों गुरु घरों में चल रहे क्रमवार श्री अखंड पाठ साहिब जी के जाप के भोग डाले गए, इसके बाद किसानी आंदोलन की सफलता के लिए अरदास भी की गई। इस मौके पर पंथ प्रसिद्ध वक्ता भाई भगवान सिंह जौहल ने बताया कि गुरुद्वारा संत सागर चाय वाला मुख्य सेवादार संत बाबा हरजिदर सिंह की विशेष अगुआई में जालंधर, पंजाब व हरियाणा की संगत के सहयोग से बहादुरपुर (यमुनानगर) से खाने-पीने की वस्तुएं लगातार सिघु बार्डर पर भेजी जा रही हैं। इस मौके पर भाई रंजीत सिंह हजूरी रागी श्री पांवटा साहिब, रागी भाई सतिदरपाल सिंह जगाधरी वाले, भाई जगजीवन सिंह जालंधर, बीबी कुलदीप कौर, बीबी दविदर कौर के जत्थों ने संगत को गुरबाणी कीर्तन से निहाल किया। मंच की भूमिका प्रोफेसर मनजिदर सिंह ने बखूबी निभाई व बाबा रंजीत सिंह बहिराल वालों ने संगत की देखरेख की।