मकसूदां सब्जी मंडी दो हिस्सों में बांटने के लिए आढ़तियों से मिले अफसर
मकसूदां मंडी में लोगों की भीड़ पर कंट्रोल करने के लिए लाल-हरे कार्ड की योजना भी विफल होती नजर आ रही है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : मकसूदां स्थित थोक सब्जी व फल मंडी में लोगों की भीड़ पर कंट्रोल करने के लिए लाल-हरे कार्ड की योजना भी विफल होती नजर आ रही है। यही कारण है कि अब जिला प्रशासन मंडी को दो भागों में बांटना चाह रहा है। इस बात के संकेत शनिवार को जिला मंडी बोर्ड कार्यालय में आयोजित बैठक के दौरान दिए गए। एडीसीपी सुडरविली, एसडीएम-टू राहुल सिधू तथा जिला मंडी अधिकारी देवेंद्र वीर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान उन्होंने आढ़तियों को खुद ही अन्य विकल्प तलाश करने की पेशकश कर दी।
इस दौरान अधिकारियों ने कहा कि मकसूदां सब्जी मंडी में रोजाना उमड़ रही भीड़ से कभी भी बड़ी घटना हो सकती है। इस भीड़ में अगर एक भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव आ गया तो शहर के लिए बड़ी समस्या खड़ी हो जाएगी। ऐसे में मंडी को तुरंत बंद किया जा सकता है। इसके लिए मंडी को पहले से तैयार रहना होगा। - आढ़तियों ने भी रखा प्रस्ताव
बैठक के दौरान आढ़तियों ने भी अपना प्रस्ताव रखा। जिसके तहत मंडी के कारोबार को तीन शिफ्टों में करने का प्रस्ताव रखा। इस दौरान आढ़ती नेता डिपी सचदेवा ने कहा कि मकसूदां सब्जी मंडी में सुबह 9 बजे गेट बंद कर दिया जाता है। इसके बाद आने वाले रिटेल विक्रेताओं को बैरंग लौटाया जा रहा है। जबकि सिटी रेलवे स्टेशन के नजदीक स्थित मंडी फेंटनगंज सुबह 5 बजे से लेकर 11 बजे तक खोली जा रही है। उन्होंने कहा कि भीड़ पर कंट्रोल पाने के लिए मकसूदां सब्जी मंडी में हरे तथा लाल पास बनाने की बजाय कारोबार को तीन शिफ्ट में बांट देना चाहिए। इससे मंडी में उमड़ने वाली भीड़ पर काफी हद तक कंट्रोल हो जाएगा। - किसान मंडियां शुरू करके भी कंट्रोल कर सकते हैं भीड़
इस बारे में वरिष्ठ आढ़ती मोहिदर बत्तरा ने कहा कि जिले में फिर से किसान मंडियां शुरू करके मकसूदां सब्जी मंडी की भीड़ पर कंट्रोल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि फिलहाल जिले भर की सभी मंडियां बंद पड़ी हैं। जिसके चलते सारी भीड़ मकसूदां मंडी में पड़ रही है। ऐसे में किसान मंडी या फिर से शुरू करके भीड़ पर कंट्रोल किया जा सकता है।