एक्शन में आए पंजाब के नए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी, डा. आंबेडकर की प्रतिमा पर पत्थर फेंकने वाले पर केस
सीएम की कुर्सी संभालते ही चरणजीत सिंह चन्नी एक्शन मोड में आ गए हैं। फिल्लौर में डा. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर पत्थर फेंकने वालों को पुलिस ने सीएम के निर्देश के बाद गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।
जागरण संवाददाता जालंधर/चंडीगढ़। उपद्रव फैलाने वालों के खिलाफ पंजाब के नए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी एक्शन में आ गए हैं। सीएम के निर्देशों के बाद बीती सोमवार देर रात फिल्लौर थाना क्षेत्र में डा. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर गमले और पत्थर फेंकने के मामले में पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार करते हुए उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। गिरफ्तार आरोपित की पहचान मध्य प्रदेश के जवनिया जिला हुसन निजरा निवासी 25 वर्षीय भीकू मीणा के रूप में हुई है। उसे गिरफ्तार कर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है
पत्थर फेंकता हुआ सीसीटीवी में हुआ था कैद
मंगलवार सुबह मामले की जानकारी होने के बाद जब पुलिस ने जांच शुरू की तो यह सामने आया कि एक युवक ने देर रात प्रतिमा पर पत्थर और गमले फेंके थे। वारदात सीसीटीवी में कैद हुई थी। इसके बाद युवक की पहचान करते हुए फिल्लौर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने लिया मामले का संज्ञान
पंजाब के नवनियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस को निर्देश दिए कि प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने की कोशिश करने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ तत्काल केस दर्ज किया जाए। इसके बाद मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। मामले को लेकर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का कहना है कि राज्य की कानून व्यवस्था और शांति व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई कर जेल भेजा जाएगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने पंजाब के डीजीपी को निगरानी बढ़ाने के भी निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने इसे एक बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद घटना बताया। कहा कि आरोपित ने भारतीय संविधान के निर्माता बाबा साहिब आंबेडकर का सम्मान करने वाले लोगों के मानस को चोट पहुंचाई है। उन्होंने लोगों से संयम बरतने का आग्रह करते हुए कहा कि इस तरह की कायराना हरकत करने वालों के खिलाफ तत्काल एक्शन लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमावर्ती राज्य होने के कारण राज्य में स्थिति हमेशा संवेदनशील बनी रहती है, लेकिन राज्य सरकार इससे निपटने और पंजाब में अशांति पैदा करने की कोशिश करने वाले असामाजिक और राष्ट्र विरोधी तत्वों के नापाक मंसूबों को कुचलने के लिए पूरी तरह से सतर्क है।