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गायिका गुरमीत बावा को पद्मभूषण सम्मान, बेटी ने कहा- मां खुद पुरस्कार हासिल करती तो खुशी दोगुनी होती

Padam Vibhushan Punjab पंजाबी गायिका गुरमीत बावा को मरणोपरांत देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मभूषण से अलंकृत किया गया है। उन्हें यह पुरस्कार मिलने से उनके परिवार ही नहीं बल्कि उन्हें चाहने वालों में खुशी का माहौल है।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Wed, 26 Jan 2022 09:55 AM (IST)Updated: Wed, 26 Jan 2022 09:55 AM (IST)
गायिका गुरमीत बावा को पद्मभूषण सम्मान, बेटी ने कहा- मां खुद पुरस्कार हासिल करती तो खुशी दोगुनी होती
पंजाबी गायिका स्व. गुरमीत बावा को पद्मविभूषण से अलंकृत किया गया है।

जागरण संवाददाता, अमृतसर। कला क्षेत्र में गायकी के जरिए पंजाबी मां बोली को समर्पित रहीं गुरमीत बावा को मरणोपरांत देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मभूषण से अलंकृत किया गया है। उन्हें यह पुरस्कार मिलने से उनके परिवार ही नहीं बल्कि उन्हें चाहने वालों में खुशी का माहौल है। उनकी बेटी ग्लोरी बावा का कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा उनकी मां को दिए जा रहे सम्मान से वह खुश हैं लेकिन उनकी यह खुशी दोगुनी हो जाती अगर उनकी मां खुद यह सम्मान प्राप्त करतीं। उनका पिछले साल 21 नवंबर को देहांत हो गया था।

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ग्लोरी बावा ने कहा अगर उनकी मां गुरमीत बावा आज इस दुनिया में होतीं तो परिवार के साथ ही कला क्षेत्र से जुड़े लोगों में की खुशी कई गुना बढ़ जाती। उन्होंने इस सम्मान के लिए केंद्र सरकार का आभार भी जताया। गुरमीत बावा के पति किरपाल बावा ने भी केंद्र सरकार का आभार जताया।

अमृतसर में प्रसिद्ध पंजाबी गायिका स्व. गुरमीत बावा की तस्वीर के साथ उनके पति किरपाल बावा। 

उल्लेखनीय है कि गुरमीत बावा ने लोक साज चिमटा, अलगोजे व ढोलक के साथ ही अंतिम समय तक अपना कार्यक्रम पेश किए। जब भी गुरमीत बावा मंच से लोक गीत मिर्जा गाती थीं तो समय थम सा जाता था।


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