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पंजाब में मतदाताओं को लुभाने की तैयारी में जुटे नेता, तरनतारन में गांव-गांव बन रही देसी शराब

Punjab Chunav 2022 तरतारन में जुलाई 2020 में जहरीली शराब पीने से सौ से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। इसके बावजूद न तो सरकार जागी है और न ही लोगों की आंख खुली है। अवैध भट्ठियों से पूरे जिले में अवैध शराब की आपूर्ति की जा रही है।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Fri, 14 Jan 2022 02:48 PM (IST)Updated: Fri, 14 Jan 2022 05:25 PM (IST)
पंजाब में मतदाताओं को लुभाने की तैयारी में जुटे नेता, तरनतारन में गांव-गांव बन रही देसी शराब
तरनतारन के पट्टी क्षेत्र में देसी शराब तैयार करने लिए लगाई गई भट्ठी। राजन शर्मा

धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन। पंजाब विधानसभा चुनाव में मतदाताओं को लुभाने के लिए राजनीतिक दलों के नेता इस बार भी शराब का सहारा लेने की तैयारी में हैं। प्रशासन के सख्ती के दावों के बावजूद गांवों में देसी शराब बनाने का दौर भी शुरू हो चुका है। शाम होते ही गांवों में देसी शराब की अवैध भट्ठियों से उठता धुंआ आम देखा जा सकता है। गांव पंडोरी गोला, कंग, लौहका, घरियाला, शकरी, सरहाली कलां, शेरों, संघरकोट, पखोके, ढोटियां, बुग्गा, पलासौर, डालेके, शाहबाजपुर, माणोचाहल, घड़का, किड़िया, हरिके पत्तन, मेहंदीपुर व कालिया सकत्तरां समेत दो दर्जन ऐसे गांव हैं, जहां बनी देसी शराब अन्य जिलों में भी सप्लाई होती है। रात को तैयार की गई शराब दिन के उजाले में दूध की सप्लाई के बहाने कैनियों के माध्यम से ग्राहकों तक पहुंचाई जाती है।

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जहरीली शराब से करीब 20 लोगों की आंखों की रोशनी चली गई थी

हैरानी की बात यह है कि तरतारन में जुलाई, 2020 में जहरीली शराब पीने से सौ से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। इसके बावजूद न तो सरकार जागी है और न ही लोगों की आंख खुली है। विशेष बात यह है कि जहरीली शराब पीने से बीस के करीब लोगों की आंखों की रोशनी भी चली गई थी। सरकार ने महज एसआइटी का गठन कर और पीड़ित परिवारों को मुआवजा देकर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली। अवैध शराब का कारोबार रोकने लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किया गया। परिणामस्वरूप अब कई गांवों में देसी शराब बनने लगी है।

थिनर व अल्कोहल से तैयार होती है शराब

थिनर व अल्कोहल मिलाकर अवैध शराब तैयार की जाती है। 50 लीटर अल्कोहल से 200 से अधिक बोतल शराब तैयार की जाती है। ऐसी ही शराब पीने से वर्ष 2020 में सौ से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में करीब 30 लोगों की गिरफ्तारी हुई। केस अभी अदालत में चल रहा है।

आबकारी विभाग व पुलिस का सख्त कार्रवाई का दावा

अवैध शराब के कारोबार को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं? इस सवाल पर आबकारी विभाग व पुलिस का हमेशा यही दावा होता है कि अवैध शराब बनाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। आबकारी विभाग के ईटीओ नवजोत भारती कहते हैं कि अवैध शराब के कारोबारियों पर शिकंजा कसने लिए और टीमें तैनात की जा रही हैं। उधर, एसएसपी हर¨वदर सिंह विर्क कहते हैं कि सभी थाना प्रभारियों को आदेश दिए गए हैं कि अवैध शराब के मामले में सख्त कार्रवाई की जाए।


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