पंजाब में दो राष्ट्रीय पुरस्कार हासिल करने वाले सरपंच की शादी में जुटी भीड़, अब काटने पड़ रहे थाने के चक्कर
आरोप है कि निहालसिंह वाला की दानामंडी में सरपंच इंद्रप्रीत मिंटू और उनके भाई की एक ही दिन हुई शादी में लोगों की काफी भीड़ इकट्ठी हुई थी। करीब तीन हजार लोग समारोह में पहुंचे थे। पुलिस ने उन पर केस दर्ज कर लिया है।
संवाद सहयोगी, मोगा। गांव का कायापलट कर व पर्यावरण के क्षेत्र में दुनिया भर में मिसाल कायम करने वाले गांव रणसींह कलां के सरपंच इ्द्रप्रीत सिंह मिंटू और उनके परिवार को कोविड गाइडलाइंस की अनदेखी भारी पड़ गई है। दो दिन पहले उन्होंने अपनी शादी में बड़ी संख्या में लोगों को इकट्ठा कर लिया था। इस कारण संकट में फंस गए हैं। सरपंच के खिलाफ थाना निहालसिंह वाला में केस दर्ज किया गया है। इंद्रप्रीत सिंह मिंटू के पिता के खिलाफ थाना निहालसिंह वाला पुलिस ने कोविड नियमों की अवहेलना के आरोप में केस दर्ज किया है।
आरोप है कि निहालसिंह वाला की दानामंडी में सरपंच इंद्रप्रीत मिंटू और उनके भाई की एक ही दिन हुई शादी में लोगों की काफी भीड़ इकट्ठी हुई थी। एएसआइ तरसेम सिंह ने बताया कि एसडीएम निहालसिंह वाला के आदेश पर बूटा सिंह निवासी रंसीह कलां के खिलाफ कोविड-19 के आदेशों की अवहेलना के आरोप में विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
उन्होंने बताया कि 22 जनवरी, 2022 को इंद्रप्रीत सिंह मिंटू और उनके भाई का निहालसिंह वाला की दानामंडी में शादी समारोह आयोजित किया गया था। इसमें तीन हजार से अधिक लोग शामिल हुए थे। इस दौरान कोविड-19 को लेकर सरकार द्वारा जारी आदेशों की उलंघना की गई। जांच अधिकारी के अनुसार उक्त मामले में फिलहाल आरोपित बूटा सिंह की गिरफ्तारी नही हुई है और उनके खिलाफ दर्ज किया गया केस जमानत योग्य है।
शिरोमणि अकाली दल किरती के संयोजक हैं आरोपित
सरपंच इंद्रप्रीत सिंह मिंटू के पिता शिरोमणि अकाली दल किरती के जिला संयोजक हैं। इस परिवार की राजनीति में अच्छी पैठ होने के चलते सरपंच व उसके भाई की शादी समारोह में सगे संबंधियों के अलावा कई बड़े बड़े नेता शामिल हुए। इसमें निहालसिंह वाला के मौजूदा विधायक मंजीत सिंह बिलासपुर, विधायक पिरमल सिंह धौला, निहालसिंह वाला नगर कौंसिल के लगभग तमाम पदाधिकारी और कई बड़े पुलिस अधिकारी भी शामिल थे।
दो बार राष्ट्रीय पुरस्कार हासिल कर चुके हैं मिंटू
बता दें कि पर्यावरण संरक्षण को लेकर किए गए सराहनीय प्रयासों को लेकर गांव रंसीह कलां की पंचायत केंद्र सरकार से दो बार राष्ट्रीय पुरस्कार अपने नाम कर चुकी है। केंद्रीय कृषि मंत्री रणसींह कलां की पंचायत को केंद्र सरकार की ओर से 18 लाख रुपये की विशेष ग्रांट भी जारी कर चुके हैं। किसान आंदोलन शुरू होने पर सरपंच इंद्रप्रीत सिंह मिंटू ने केंद्र सरकार को पुरस्कार के साथ राशि वापस कर दी थी। इंद्रप्रीत सिंह मिंटू गांव से आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़कर सरपंच बने थे और बाद में उन्हें ने शिअद का दामन थाम लिया था।