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Punjab Roadways strike: नई मुसीबत, अब 6 सितंबर से बसों का चक्का जाम, हड़ताल पर जाएंगे कांट्रेक्ट वर्कर्स

छह सितंबर से राज्य भर में पंजाब रोडवेज पान बस पेप्सू रोड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन (पीआरटीसी) की सभी बसों का ऑपरेशन बंद कर दिया जाएगा। मुलाजिम 7 सितंबर से मुख्यमंत्री के आवास के समक्ष पक्का मोर्चा लगाएंगे तथा सेशन के पहले दिन विधानसभा का घेराव भी किया जाएगा।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Fri, 27 Aug 2021 01:58 PM (IST)Updated: Fri, 27 Aug 2021 01:58 PM (IST)
Punjab Roadways strike: नई मुसीबत, अब 6 सितंबर से बसों का चक्का जाम, हड़ताल पर जाएंगे कांट्रेक्ट वर्कर्स
पंजाब रोडवेज और पनबस कांट्रेक्ट वर्कर्स ने छह सितंबर से हड़ताल की घोषणा की है।

मनुपाल शर्मा, जालंधर। गन्ना किसानों के आंदोलन के दौरान पांच दिन तक जालंधर-दिल्ली नेशनल हाईवे जाम रहने के दौरान बस यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ी थी। बसों के संचालन को लेकर अब नई परेशानी सामने आती दिख रही है। पक्का किए जाने की मांग नहीं माने जाने पर पंजाब रोडवेज, पनबस कॉन्ट्रेक्ट कर्मचारियों ने छह सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा की हुई है। पंजाब सरकार ने वीरवार को हुई कैबिनेट बैठक के दौरान पंजाब रोडवेज, पनबस एवं पीआरटीसी कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स को निराश कर दिया। बैठक में उन्हें पक्का करने संबंधी कोई फैसला नहीं किया गया। न ही इस संबंध में कोई घोषणा ही की गई। नाराज कॉन्ट्रैक्ट मुलाजिम अब 6 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।

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हड़ताल पर जाने का मतलब यह होगा कि राज्य भर में पंजाब रोडवेज पान बस पेप्सू रोड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन (पीआरटीसी) की सभी बसों का ऑपरेशन बंद कर दिया जाएगा। मुलाजिम 7 सितंबर से मुख्यमंत्री के आवास के समक्ष पक्का मोर्चा लगाएंगे तथा सेशन के पहले दिन विधानसभा का घेराव भी किया जाएगा।

कॉन्ट्रैक्ट मुलाजिम नेता जसबीर सिंह एवं गुरप्रीत सिंह ने बताया कि सरकार ने मुलाजिमों के साथ वादाखिलाफी की है। अब राज्य भर में सरकारी बसों का परिचालन बंद होगा। इस सारी अव्यवस्था की जिम्मेदारी पंजाब सरकार की ही होगी। पंजाब सरकार की परिवहन मंत्री खुद अपने वादे पर पूरी नहीं उतर सकी हैं। बता दें कि कच्चे मुलाजिमों ने पिछले दिनों सुबह 10 से लेकर 12 बजे तक बसों का संचालन रोक प्रदर्शन किया था। इस दौरान भी यात्रियों को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। 

ये हैं यूनियन की मांगें

यूनियन कॉन्ट्रैक्ट मुलाजिमों को तुरंत पक्का करने, छोटे केसों में बर्खास्त किए गए मुलाजिमों को बहाल करने तथा सरकारी बेड़े में 10000 नई बसों को शामिल करने की मांग कर रहे हैं। बीते कुछ महीनों से मुलाजिम लगातार गेट रैलियां कर रहे हैं और कई बार राज्य के बस स्टैंडों को भी बंद किया जा चुका है।

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