Akali Dal में बगावत! चंदन ग्रेवाल को सेंट्रल हलका इंचार्ज बनाने पर भड़के पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर भाटिया, हाईकमान को 10 दिन का अल्टीमेटम
Punjab Politics चंदन ग्रेवाल को अकाली दल का जालंधर सेंट्रल हलका इंचार्ज नियुक्त करने के फैसले को पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर कमलजीत सिंह भाटिया ने नाइंसाफी बताया है। भाटिया ने पार्टी हाईकमान को फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए 10 दिन दिए हैं।
जागरण संवाददाता, जालंधर। जालंधर सेंट्रल हल्का से चंदन ग्रेवाल को अकाली दल का हल्का इंचार्ज नियुक्त करने के फैसले को पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर कमलजीत सिंह भाटिया ने नाइंसाफी बताया है। भाटिया ने पार्टी हाईकमान को अल्टीमेटम देकर कहा कि 10 दिन ने इस फैसले पर पुनर्विचार किया जाए। जालंधर सेंट्रल हलके में जनरल कैटेगरी के व्यक्ति को ही इंचार्ज बनाया जाए।
भाटिया ने कहा कि वह जालंधर सेंट्रल सीट से टिकट के लिए दावा करते रहे हैं। इस संबंध में पार्टी हाईकमान से कई बार मीटिंग भी हुई है। भाटिया ने कहा कि तीन दिन पहले भी पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल से इस पर चर्चा हुई थी। उन्होंने कहा था कि बुधवार को उन्हें बुलाकर इस पर दोबारा विचार किया जाएगा और सभी सर्वे देकर जाएंगे। इसके बावजूद 3 दिन पहले ही सेंटर हलके का चंदन ग्रेवाल को इंचार्ज बना दिया गया है। अकाली दल में हलका इंचार्ज ही अमूमन चुनाव लड़ता है। उन्होंने कहा कि उनके साथ 42 बड़े पदाधिकारी इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हैं। ये सभी उनके साथ हैं। 10 दिन में अगर फैसला ना बदला तो वह जनता की अदालत में जाएंगे।
जालंधर सेंट्रल हलके में बढ़ी सियासी गर्मी
चंदन ग्रेवाल ने पिछले विधानसभा चुनाव में आप की टिकट पर आदमपुर से चुनाव लड़ा था। तब उन्हें करीब 27 हजार वोट मिले थे। बाद में चंदन ग्रेवाल अकाली दल में शामिल हो गए थे। पिछले कुछ दिनों से वह सेंट्रल हलके में खासे सक्रिय थे। अकाली दल की ओर से उन्हें यहां का इंचार्ज बनाने से सियासी हलचल बढ़ गई है। एक तरफ जहां पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर कमलजीत सिंह भाटिया नाराज हो गए हैं तो दूसरी तरफ मौजूदा कांग्रेस विधायक राजिंदर बेरी को बड़ी चुनौती मिलती दिख रही है।
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