सूबे के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं की होगी निगरानी, अफसर हर वीरवार को करेंगे दौरा
स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव हुसन लाल ने विभाग विभाग में तैनात सभी आईएएस अफसरों व डायरेक्टरों को सरकारी अस्पतालों का दौरा कर जांच के आदेश जारी किए हैं। अधिकारी हर वीरवार को जिलों का दौरा कर स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लेंगे।
जालंधर, जेएनएन। सूबे के सरकारी अस्पतालों की कार्यप्रणाली सुधारने के लिए राज्य सरकार ने कमर कस ली है। कोरोना काल में आम मरीजों के लिए स्वास्थ्य सेवाएं ठप कर दी गईं थी। हाल में सरकारी अस्पतालों ने ओपीडी व अन्य बंद सेवाएं दोबारा शुरू कर दी हैं। अस्पतालों की कार्यप्रणाली में सुधार के लिए सरकार ने आईएएस व विभाग के डायरेक्टरों अधिकारियों की टीमों को फील्ड में उतारा है।
मुख्य सचिव ने छह हिस्सों में बांटकर अफसरों को निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी
मुख्य सचिव विनी महाजन के आदेश के बाद स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव हुसन लाल ने विभाग विभाग में तैनात सभी आईएएस अफसरों व डायरेक्टरों को सरकारी अस्पतालों का दौरा कर जांच के आदेश जारी किए हैं। उन्होंने राज्य को 6 हिस्सों में बांट कर अधिकारियों को जिलों की निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी है।
नेशनल हेल्थ मिशन के एमडी कुमार राहुल को एसएएस नगर, फतेहगढ़ साहिब, रोपड़ और एसबीएस नगर, पंजाब हेल्थ सिस्टम कारपोरेशन की एमडी तनु कश्यप को जालंधर, कपूरथला, होशियारपुर और पठानकोट, स्टेट हेल्थ अथॉरिटी के सीईओ अमित कुमार को अमृतसर, तरनतारन और गुरदासपुर, सेहत विभाग के डायरेक्टर डॉ. मनजीत सिंह को पटियाला, संगरूर, बरनाला, मानसा और बठिंडा, सेहत विभाग की डायरेक्टर परिवार कल्याण डा. प्रदीप कौर को मोगा, फरीदकोट और मुक्तसर, डायरेक्टर ईएसआई डा. जीएस महमी को फाजिल्का, फिरोजपुर और लुधियाना जिले के सरकारी अस्पतालों की निगरानी करने की कमान सौंपी गई है। अधिकारी हर वीरवार को इन जिलों का दौरा कर स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लेंगे।
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