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कैप्‍टन सरकार का बड़ा फैसला, दशहरा पर अमृतसर जोड़ा फाटक रेल हादसा के पीडि़त परिवारों को नौकरी

Amritsar Joda Gate Rail Accident पंजाब सरकार 18 अक्‍टूबर 2018 में दशहरे के दिन अमृतसर के जोड़ा रेल फाटक पर हुए रेल हादसे के प‍ीडि़त परिवारों काे नौकरी दी है। 34 परिवारों के एक-एक सदस्‍य को अनुकंपा आधार पर सरकारी नौकरी दी गई है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Mon, 26 Jul 2021 12:29 AM (IST)Updated: Mon, 26 Jul 2021 07:59 AM (IST)
कैप्‍टन सरकार का बड़ा फैसला, दशहरा पर अमृतसर जोड़ा फाटक रेल हादसा के पीडि़त परिवारों को नौकरी
कैप्‍टन अमरिंदर सिंह सरकार ने अमृतसर के जोडा फाटक रेल हादसे के पीडित परिवाराें को नौकरी दी है। (फाइल फोटो)

अमृतसर, जागरण संवाददाता। पंजाब की कैप्‍टन अमरिंदर सिंह सरकार ने अमृतसर के जोड़ा फाटक रेल हादसे के पीडि़त परिवाराें के बड़ी राहत दी है। सरकार ने 19 अक्टूबर, 2018 को दशहरा के दिन जोड़ा फाटक रेल हादसे में मारे गए लोगों के 34 परिवारों के सदस्यों को सरकारी नौकरी देने के लिए पत्र जारी कर दिया है।

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अनुकंपा के आधार पर नौकरी देने के लिए सरकार ने जारी किया पत्र

पंजाब सरकार की ओर से एक मार्च, 2021 को कैबिनेट बैठक में प्रस्ताव पारित कर यह फैसला लिया था कि पीडि़त परिवारों के एक-एक सदस्य को विभिन्न योग्यता के अनुसार नौकरी दी जाएगी। अब सरकार ने पत्र जारी कर इस पर तुरंत कार्रवाई करने के लिए कहा है।

अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर गुरप्रीत सिंह खेहरा ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि हादसे में मारे गए 34 लोगों के परिवारों के एक-एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी। सरकार का पत्र मिल गया है और सोमवार से अगली प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इस हादसे से पीडि़त एक परिवार के सदस्य दीपक ने बताया कि उन्हें रविवार को डीसी कार्यालय से फोन आया है कि वह सोमवार को अन्य पीडि़तों के साथ लेकर अधिकारियों से मिलें।

गौरतलब है कि जोड़ा फाटक पर दशहरा के दिन हुए हादसे में 59 लोगों की मौत हो गई थी और दर्जनों अन्य घायल हो गए थे। पीडि़त परिवार लंबे समय से सरकार से नौकरी की गुहार लगा रहे थे। हादसे के बाद विधायक नवजोत सिंह सिद्धू ने भी पीडि़त परिवारों को नौकरी और आर्थिक सहायता देने की बात कही थी लेकिन वह इस बारे में ज्यादा कुछ कर नहीं पा रहे थे।

बता दें कि 2018 में 19 अक्‍टूबर को जोड़ा रेल फाटक के पास स्थित मैदान में दशहरा समारोह आयोजित हो रहा था। इसमें पुतला दहन का कार्यक्रम चल रहा था और भारी संख्‍या में लोग मौजूद थे। काफी संख्‍या में लोेग रेलवे लाइन पर खड़े थे। इसी दौरान तेज गति से आई ट्रेन ने लोगों को कुचल दिया। इससे वहां कोहराम मच गया। इस हादसे में 59 लोगों की मौत हो गई और करीब 140 लोग घायल हो गए। समारोह की मुख्‍य अतिथि नवजोत सिंह सिद्धू की पत्‍नी डा. नवजोत कौर सिद्धू थीं।


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