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पंजाब की नई बसों की बाडी राजस्थान में बनेगी! स्थानीय फैब्रिकेटर्स ने लगाए अफसरों पर संगीन आरोप

अपर इंडिया कोच बिल्डर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय खुल्लर ने आरोप लगाया है कि राजस्थान की जिस कंपनी को काम देने की तैयारी चल रही है उसमें असल में 4 कंपनियां शामिल हैं। यह कंपनी कई शर्तों को पूरा नहीं करती है।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Wed, 17 Nov 2021 01:57 PM (IST)Updated: Wed, 17 Nov 2021 01:57 PM (IST)
पंजाब की नई बसों की बाडी राजस्थान में बनेगी! स्थानीय फैब्रिकेटर्स ने लगाए अफसरों पर संगीन आरोप
पंजाब की बसों की बाडी राजस्थान में बनाए जाने की खबरों से स्थानीय फैब्रिकेटर्स गुस्से में हैं।

मनुपाल शर्मा, जालंधर। अंतरराष्ट्रीय कंपनी मर्सिडीज की बसों की फेब्रिकेशन करने वाले प्रदेश के फैब्रिकेटर पंजाब रोडवेज की साधारण बसों की फेब्रिकेशन करने के अयोग्य है़ं। एक बार फिर से पंजाब रोडवेज एवं पेप्सू रोड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन (पीआरटीसी) की साधारण बसों की फेब्रिकेशन का काम राजस्थान की निजी कंपनी के हवाले करने की तैयारी लगभग कर ली गई है। अपर इंडिया कोच बिल्डर्स एसोसिएशन (पंजाब) ने आरोप लगाया है कि पंजाब परिवहन विभाग के अफसर नियमों को ताक पर रखकर फेब्रिकेशन का काम राजस्थान की एक कंपनी के हवाले करने जा रही है। बता दें कि हाल में परिवहन विभाग ने पंजाब रोडवेज एवं पीआरटीसी के बेड़े में 842 नई बसें शामिल करने की घोषणा की है। चेसिस खरीद के बाद अब फेब्रिकेशन का काम देने की प्रक्रिया चल रही है।

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अपर इंडिया कोच बिल्डर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय खुल्लर ने आरोप लगाया है कि टेंडर में ही यह शर्त रखी गई थी कि फेब्रिकेशन का काम उसी कंपनी को दिया जाएगा, जो बीते 5 वर्षों से बसों की खुद फेब्रिकेशन कर रही हो। उन्होंने कहा कि राजस्थान की जिस कंपनी को काम देने की तैयारी चल रही है, उसमें असल में 4 कंपनियां शामिल हैं। पता लगाने वाली बात यह है कि ये कंपनी मैन्युफैक्चरर है अथवा ट्रेडिंग कंपनी है। इसके अलावा यह भी चेक करने वाली बात है कि संबंधित कंपनी के पास प्रोविजनल अथवा फाइनल अप्रूवल सर्टिफिकेट एआईएस: 052 उपलब्ध है या नहीं है।

खुल्लर ने यह भी आरोप लगाया कि अगर संबंधित कंपनी मैन्युफैक्चरिंग इकाई है तो फिर रोडवेज को संबंधित मैन्युफैक्चरिंग कंपनी की बीते 5 वर्ष की टर्नओवर, ऑडिटेड बैलेंस शीट, वेतन मान, हाजिरी रजिस्टर, जीएसटी नंबर, पैन नंबर, टैन नंबर और काटे के टीडीएस की डिटेल सार्वजनिक करनी चाहिए। इसके अलावा संबंधित कंपनी के मुलाजिमों का बीते 5 वर्ष का ईएसआइ एवं पीएफ का रिकार्ड, बिजली के बिल, बस बॉडी फेब्रिकेशन के लिए बीते 5 वर्ष में खरीदे गए रा मटेरियल के बिल, चेसिस की इंश्योरेंस एवं मशीनरी की डेप्रिसिएशन संबंधी जानकारी सार्वजनिक करनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि अभी तक फेब्रिकेशन के संबंध में एग्रीमेंट नहीं हुआ है लेकिन यह हैरानीजनक है कि कंपनी ने जयपुर में बसों की फेब्रिकेशन की तैयारी शुरू कर दी है। कंपनी परिसर में सामान पड़ा हुआ भी देखा जा सकता है। खुल्लर ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में पंजाब रोडवेज पनबस के मैनेजिंग डायरेक्टर को भी पत्र भेजा है और कंपनी को काम देने से पहले सीए या कंपनी सेक्रेटरी की राय लेने को कहा है। खुल्लर के आरोपों पर पंजाब रोडवेज मुख्यालय की तरफ से बनाई गई कमेटी सदस्यों से संपर्क करने की बार-बार कोशिश की गई, लेकिन बात संभवन नहीं हो पाई।


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