स्टूडेंट्स में अंकों का डर दूर करने के लिए पंजाब में लगेंगे गणित मेले, शिक्षा विभाग ने जारी करेगा इतने करोड़ का फंड
राज्य भर के सरकारी स्कूलों में यह गणित मेले पढ़ो पंजाब-पढ़ाओ पंजाब-गणित प्रोग्राम के तहत होंगे। इसे सफल बनाने के लिए विभाग की तरफ से सरकारी मिडिल हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों के लिए एक करोड़ 12 लाख 52 हजार रुपये का फंड खर्च करेगा।
अंकित शर्मा, जालंधर। विद्यार्थियों में अंकों का डर दूर कर उसे खेल-खेल के जरिए रोचक बनाने के लिए अब सरकारी स्कूलों में गणित मेले लगेंगे। ताकि बच्चे गणित विषय में अंकों की गणना से डरे नहीं बल्कि उसे रोचक तरीकों से सीखें और समझें। राज्य भर के सरकारी स्कूलों में यह गणित मेले पढ़ो पंजाब-पढ़ाओ पंजाब-गणित प्रोग्राम के तहत होंगे। इसे सफल बनाने के लिए विभाग की तरफ से सरकारी मिडिल, हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों के लिए एक करोड़ 12 लाख 52 हजार रुपये का फंड खर्च करेगा।
यह मेले दो चरणों में होंगे, यानी की पहला प्री मेला आयोजित किया जाएगा। ताकि मुख्य गणित मेले से पहले विद्यार्थी इस मेले संबंधी जागरूक हो सकें और उनकी इसमें रूचि बने। चार दिवसीय प्री मेला दो से पांच अगस्त के मध्य होगा। जिसमें अध्यापकों की तरफ से विद्यार्थियों को माडल व क्रियाएं आनलाइन तैयार करवाई जाएंगी। इस गतिविधि के जरिये विद्यार्थियों में मेले प्रति रोचकता पैदा होगी और उसके बाद मुख्य गणित मेले में विद्यार्थियों की तरफ से अपने बनाए गए माडल, एक्टिविटीज को प्रदर्शित करते हुए वीडियोज बनाई जाएंगी। जो उन्हें अपने-अपने अध्यापकों की भेजनी होगी। यह मुख्य मेला छह से दस अगस्त तक चलेगा।
इस तरह से होगी मेलों की प्लानिंग
- इस मेले के सफल बनाने व सकारात्मक नतीजे आए इसके लिए स्कूल मुखी अपने-अपने नेतृत्व में इसकी प्लानिंग करें।
- संबंधित शिक्षकों की डयूटीज लगाएं, ब्लाक मेंटोर और जिला मेंटोर करें शिक्षकों से प्लानिंग
- यह मेले छठी से दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए आयोजित करवाए जा रहे हैं। जिसमें स्कूल मुखी व अध्यापक ध्यान रखेंगे की प्रत्येक विद्यार्थी इसमें भाग ले।
- विभाग की तरफ से जारी फंड से विद्यार्थियों को मटीरियल मुहैया करवायें।
- प्रत्येक स्कूल से दो या तीन एंट्रीज बेस्ट चुनकर करें उनका मूल्यांकन।
- विद्यार्थियों के बेहतरीन माडल स्कूलों में बनाए गए मैथ कार्नर में होंगे प्रदर्शित।
इस तरह से किया फंड का वितरण
जालंधर को 790500, अमृतसर को 740000, बरनाला के 217500, बठिंडा को 513500, फरीदकोट को 276500, फतेहगढ़ साहिब को 366000, फाजिल्का को 418500, फिरोजपुर को 398500, गुरदासपुर को 754500, होशियारपुर के 871000, कपूरथला को 448500, लुधियाना को 971000, मानसा को 358000, मोगा को 439500, मुक्तसर को 408000, पठानकोट को 271500, पटियाला तको 665500, रूपनगर को 460500, एसबीएस नगर को 369000, संगरूर को 658000, एसएएस नगर को 369500 और तरनतारन को 486500 रुपया का फंड जारी किया गया।