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वकील भगवंत किशोर व उनकी सहायक सिया की मौत मामले में नया मोड़, सिया के पति व दो साथियों पर कत्ल का केस

होशियारपुर में दीवाली की रात चंडीगढ़ रोड पर पुरहीरां बाइपास के पास हुई घटना हादसा नहीं बल्कि हत्या थी। इसकी साजिश शहर के नामी वकील भगवंत किशोर गुप्ता की सहायक सिया खुल्लर के दूसरे पति आशीष ने ही रची थी।

By Vinay KumarEdited By: Published: Tue, 24 Nov 2020 07:14 AM (IST)Updated: Tue, 24 Nov 2020 07:14 AM (IST)
वकील भगवंत किशोर व उनकी सहायक सिया की मौत मामले में नया मोड़, सिया के पति व दो साथियों पर कत्ल का केस
टेक्निकल टीम ने जांच की तो पाया कि पेड़ से बिना टकराए ही कार को आग लग गई (फाइल फोटो)

होशियारपुर, जेएनएनः दीवाली की रात चंडीगढ़ रोड पर पुरहीरां बाइपास के पास हुई घटना हादसा नहीं बल्कि हत्या थी। इसकी साजिश शहर के नामी वकील भगवंत किशोर गुप्ता की सहायक सिया खुल्लर के दूसरे पति आशीष ने ही रची थी। पुलिस की अब तक की जांच में सामने आया कि आशीष ने ही दोनों की हत्या कर लाश सिया की गाड़ी में रखी। उसके बाद पूरे घटनाक्रम को हादसे का रूप देते हुए कार को आग लगा दी और खुद नोएडा चला गया। साजिश में उसके दो साथी भी शामिल थे। पुलिस ने तीनों पर भगवंत किशोर गुप्ता व सिया की हत्या का मामला दर्ज कर लिया। फिलहाल तीनों आरोपित पुलिस की पकड़ से बाहर है। होशियारपुर पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में छापेमारी कर रही है। इससे पहले दिल्ली व नोएडा में भी छापेमारी की गई लेकिन तीनों वहां से पहले ही भाग गए थे।

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यह केस एडवोकेट भगवंत किशोर के बेटे सुमनिंदर गुप्ता के बयान के आधार पर दर्ज किया। केस की शुरुआत में पुलिस को यह साजिश केवल हादसा लग रही थी। पुलिस ने सिया के पति आशीष के बयान पर 174 की कार्रवाई भी कर दी थी लेकिन मौके के हालात व टेक्निकल टीम की जांच में यह हादसा कुदरती से ज्यादा नियोजित लगने लगा। दोबारा जांच शुरू की गई तो साफ हो गया कि यह हत्या ही है। जांच के दौरान सभी सबूत सिया के पति आशीष की तरफ ही इशारा कर रहे थे। पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया है लेकिन हत्या कैसे हुई और कहां की गई इन सवालों से पर्दा तब ही उठ पाएगा जब आशीष की गिरफ्तारी होगी। आशीष के बाकी दो साथियों की पहचान सुनील कुमार व राहुल के रूप में हुई है। दोनों बुलंदशहर के ही मूल निवासी हैं।

इसलिए गहराता गया शक

-सिया व आशीष में अनबन रहना। तलाक तक की नौबत आना और कई बार राजीनामा होना।

-सिया की मौत के बाद भी संस्कार के समय व उसे देखने के लिए आशीष का नहीं आना।

-पुलिस की तफ्तीश में सहयोग न करना और बाद में फोन स्विच आफ कर लेना।

-शुरुआती बयानों से बार-बार पलटना।

-टोल प्लाजा की सीसीटीवी फुटेज जिसमें आशीष की गाड़ी रात 11.30 बजे होशियारपुर से निकलती दिखाई दी। हादसा करीब साढ़े दस बजे हुआ।

-कार को आग शार्ट सर्किट से नहीं लगी, किसी ने बाद में लगाई।

-कार पेड़ से नहीं टकराई, बिना टकराए ही आग लग गई और रांग साइड होने के बावजूद कार के घिसने के निशान मौके पर न होना।

-कार की बाडी पर किस चीज से टकराने का कोई निशान नहीं।

यह है मामला

एडवोकेट भगवंत किशोर गुप्ता व उनकी सहायक सिया खुल्लर की दीपावली वाली रात सिया की कार में जली हुई लाश मिली थी। दोनों रात को बार कौंसिल के कार्यालय में दीये जलाने गए थे लेकिन बाद में उनकी कार एक पेड़ के पास जलती हुई मिली। मौके के हालात से ऐसा लग रहा था जैसे पेड़ से टकराकर कार को आग लग गई और सेंट्रल लाक हो जाने के कारण सिया व भगवंत किशोर कार में ही जिंदा जल गए होंगे। दोनों के परिवारों को हादसे का पता अगली सुबह मिला क्योंकि कार में दोनों के शव कंकाल बन चुके थे। पुलिस ने सिया के पति आशीष के बयान पर कार्रवाई कर दी थी।

पुलिस के बार-बार बुलाने पर आशीष नहीं आया

आशीष ने पुलिस को कहा था कि जब भी उसे बुलाया जाएगा वह होशियारपुर पहुंच जाए। जब पुलिस ने सैंपलों की रिपोर्ट आने पर उसे होशियारपुर आने के लिए कहा तो उसने एक-दो दिन का समय मांगा। दो दिन इंतजार के बाद भी आशीष नहीं आया और बाद में उसने फोन स्विच आफ कर दिया। उसके बाद पुलिस को शक होने लगा। उसे लाने के लिए दिल्ली टीम भेजी तो वह वहां से भाग गया। आशीष की काल डिटेल से राहुल व सुनील का नाम सामने आया।

कुछ दूरी पर खड़े होकर पत्नी को कार में जलता देखता रहा

एसएचओ करनैल सिंह ने बताया कि कार के जलने के दौरान आशीष अपने साथियों के साथ घटनास्थल के आसपास ही था। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने पुलिस को बताया था कि कुछ दूरी पर एक सफेद रंग की स्कारपियो खड़ी थी और वह दिल्ली नंबर थी जिसमें दो से तीन लोग मौजूद थे। वह कार को आग में जलते हुए देख रहे थे और जब उन्होंने उन्हें आवाज लगाई तो उन लोगों ने गाड़ी भगा ली। पुलिस को आशीष ने बयान में बताया था कि वह रात को करीब साढ़े नौ बजे दिल्ली रवाना हो गया था लेकिन दिल्ली नंबर वाली उसकी स्कारपियो कार मौके पर ही दिखी और टोल प्लाजा की सीसीटीवी फुटेज में होशियारपुर से 11.30 निकलती दिखी।

जान से मारने की दी थी धमकियां

पुलिस को दिए बयान में सुमनिंदर गुप्ता ने बताया था कि 13 तारीख को सिया व आशीष का काफी झगड़ा हुआ था। भगवंत किशोर ने बीच-बचाव किया तो आशीष ने उनसे भी गाली-गलौज किया। धक्के मार कर घर से निकाल दिया था। आशीष ने सिया व उसके पिता को मारने की धमकियां दी थी।


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