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Punjab Chunav 2022 :फिरोजपुर में पूर्व विधायक सुखपाल नन्नू का भाजपा उम्मीदवार राणा सोढी को समर्थन, किसान आंदोलन के कारण छोड़ी थी पार्टी

Punjab Vidhan Sabha Chunav 2022 फिरोजपुर में किसान आंदोलन के दौरान पार्टी छोड़ चुके भाजपा के पूर्व विधायक सुखपाल सिंह नन्नू फिरोजपुर सीट से भाजपा के उम्मीदवार राणा गुरमीत सिंह सोढी को समर्थन देंगे। सुखपाल नन्नू का समर्थन मिलने से राणा सोढी को फिरोजपुर सीट से मजबूती मिल सकती है।

By Vinay KumarEdited By: Published: Tue, 25 Jan 2022 01:42 PM (IST)Updated: Tue, 25 Jan 2022 01:42 PM (IST)
Punjab Chunav 2022 :फिरोजपुर में पूर्व विधायक सुखपाल नन्नू का भाजपा उम्मीदवार राणा सोढी को समर्थन, किसान आंदोलन के कारण छोड़ी थी पार्टी
Punjab Vidhan Sabha Chunav 2022 पूर्व विधायक सुखपाल नन्नू ने राणा सोढी को समर्थन दिया है।

जागरण संवाददाता, फिरोजपुर। फिरोजपुर में किसान आंदोलन के दौरान पार्टी छोड़ चुके भाजपा के पूर्व विधायक सुखपाल सिंह नन्नू फिरोजपुर सीट से भाजपा के उम्मीदवार राणा गुरमीत सिंह सोढी को समर्थन देंगे। मंगलवार को अपने निवास पर समर्थकों के साथ मीटिंग के बाद उन्होंने यह घोषणा की। इस मौके पर उनके साथ भाजपा उम्मीदवार राणा गुरमीत सिंह सोढी भी मौजूद थे। सुखपाल नन्नू का समर्थन मिलने से राणा सोढी को फिरोजपुर सीट से मजबूती मिल सकती है। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए राणा सोढी के लिए नई पार्टी में पैठ बनाना एक चुनौती था। पूर्व विधायक सतपाल नन्नू के समर्थन के बाद राणा सोढी की चुनावी मुहिम को और रफ्तार मिलेगी। सुखपाल सिंह नन्नू ने कहा कि उनका परिवार भाजपा से जुड़ा है और वह भी दिल से पार्टी के साथ जुड़े रहे हैं।

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बता दें कि भाजपा की टिकट से दो बार विधायक व संसदीय सचिव रह चुके सुखपाल सिंह नन्नू ने किसान संघर्ष का समर्थन करते हुए वर्करों के साथ पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। माल रोड स्थित सैकड़ो समर्थकों के साथ नन्नू ने 54 वर्ष पहले अपने घर पर लगे भाजपा के ध्वज को उतारा तो उनकी आंखें भर आई थी। भाजपा की जगह उन्होंने किसान संघर्ष का झंडा लगा दिया था। वहीं उन्होंने पंजाब भाजपा की हो रही दुर्दशा का सीधे तौर पर जिम्मेदार प्रदेश अध्यक्ष अश्विनी शर्मा सहित पार्टी द्वारा नियुक्त किए गए दो महासचिवों को ठहराया था। उन्होंने संगठन मंत्री की भूमिका पर भी सवाल उठाए था।

सुखपाल नन्नू के पिता गिरधारा सिंह पांच बार सीमावर्ती क्षेत्र में विधायक रह चुके हैं। सबसे पहले उनके पिता ने कांग्रेस से चुनाव लड़ा था। उनके ममदोट हाऊस में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी प्रवास के दौरान रुका करते थे और उन्होंने गिरधारा सिंह को जनसंघ में शामिल करवाया था। इसके बाद उनके पिता 1967 व 1977 में दो बार लगातार भाजपा से विधायक बने। नन्नू भी 2002 और 2007 में विधायक बने।


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