पंजाब मेंं भाजपा 20 जनवरी तक कर सकती हैं प्रत्याशियों के नाम की घोषणा, इस कारण हो रही देरी
पंजाब भाजपा की ओर से टिकटों की घोषणा में देरी की एक वजह यह भी है कि विधानसभा चुनाव का शेड्यूल भी छह दिन आगे बढ़ गया है। अब मतदान 14 फरवरी की जगह 20 फरवरी को होगा और इसी के अनुसार नामांकन प्रक्रिया भी देरी से होगी।
जागरण संवाददाता, जालंधर। भारतीय जनता पार्टी पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की घोषणा में अभी और देरी कर सकती है। सोमवार को नई दिल्ली में पार्टी के संसदीय बोर्ड की बैठक में पंजाब के चुनाव को लेकर लंबी चर्चा हुई है, लेकिन अभी तक टिकटों की घोषणा पर कोई फैसला नहीं हुआ है। पार्टी से जुड़े सूत्र बताते हैं कि इसमें अभी 3 से 4 दिन और लगेंगे। टिकटों की घोषणा में 20 जनवरी तक होने की उम्मीद है।
टिकटों की घोषणा में देरी की एक वजह यह भी है कि पंजाब विधानसभा चुनाव का शेड्यूल भी छह दिन आगे बढ़ गया है। अब मतदान 14 फरवरी की जगह 20 फरवरी को होगा और इसी के अनुसार नामांकन प्रक्रिया भी देरी से होगी। चुनाव की अधिसूचना 21 जनवरी को जारी होनी थी, लेकिन अब 25 जनवरी को होगी। इस वजह से राजनीतिक दलों को उम्मीदवारों पर मंथन के लिए समय मिल गया है। भाजपा के लिए यह समय मिलना इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि भाजपा ने कई नई सीटों पर उम्मीदवार उतारने हैं और कांग्रेस के बागियों पर भी भाजपा की नजर रहेगी। सहयोगी दलों से गठबंधन के तहत सीटों के बंटवारे के लिए भी और समय मिलेगा।
फिल्लौर में बदले समीकरण
फिल्लौर सीट पर दिग्गज नेता सरवण सिंह फिल्लौर और उनके बेटे दमनवीर की एंट्री से भी समीकरण बदले हैं। सरवण सिंह ने शिरोमणि अकाली दल संयुक्त में एंट्री की है। इन हलके से टिकट अब शिरोमणि अकाली दल संयुक्त के खाते में जाएगी।
भाजपा ला सकती है नए चेहरे
जालंधर में भी भाजपा कुछ सीटों पर नए चेहरे उतार सकती है। ऐसे में पार्टी में बगावत का खतरा भी रहेगा। अगर टिकटों की घोषणा में देरी होती है तो टिकट कटने वाले नेताओं को दूसरे दलों में टिकट लेना भी संभव नहीं रहेगा। ऐसे में जालंधर में भी उम्मीदवारों में नए चेहरे देखने को मिल सकते हैं।