Rahul Gandhi Jalandhar Rally: अंदर राहुल की प्रत्याशियों के साथ बैठक, बाहर वर्कर्स कर रहे इंतजार, केपी ने मौका देख की मुलाकात
Rahul Gandhi Punjab Rally 2022 राहुल ने रैली स्थल पर पहुंचने के बाद ही कांग्रेस के चुनिंदा नेताओं के अलावा उम्मीदवारों के साथ बैठक शुरू कर दी है। पैलेस का दरवाजा बंद कर लिया गया है। किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं है।
जासं, जालंधर। राहुल गांधी को रैली स्थल वाइट डायमंड पैलेज पहुंचे 40 मिनट हो चुके हैं लेकिन अभी तक उन्होंने वर्चुअल रैली को संबोधित करना शुरू नहीं किया है। राहुल ने रैली स्थल पर पहुंचने के बाद ही कांग्रेस के चुनिंदा नेताओं के अलावा उम्मीदवारों के साथ बैठक शुरू कर दी है। पैलेस का दरवाजा बंद कर लिया गया है। किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं है। अंदर क्या हो रहा है इसकी जानकारी भी बैठक खत्म होने के बाद ही मिल सकेगी।
राहुल गांधी की वर्चुअल रैली से पहले पंजाबी सिंगर कंठ कलेर कांग्रेसियों का मनोरंजन करते हुए।
वहीं, रिजार्ट के बाहर बड़ी संख्या में कांग्रेसी नेता और वर्कर्स राहुल के संबोधन का इंतजार कर रहे हैं। आम कांग्रेसियों के लिए मौके पर एलईडी की बड़ी स्क्रीन लगाई गई है। फिलहाल, राहुल के संबोधन से पहले पंजाबी सिंगर कंठ कलेर कांग्रेसियों का मनोरंजन कर रहे हैं। कांग्रेस की मुख्य स्टेज पर मोहिंदर सिंह केपी, अमरजीत सामरा, राजकुमार वेरका, विधायक सुशील रिंकू, मंत्री भारत भूषण आशु, सांसद संतोख चौधरी, शिक्षा मंत्री परगट सिंह मौजूद हैं।
राहुल से मुलाकात कर केपी ने चली सियासी चाल
राहुल गांधी से मुलाकात करने के लिए कांग्रेस की टिकट के इच्छुक मोहिंदर सिंह केपी बाकी उम्मीदवारों से पहले ही रैली स्थल पहुंच गए। केपी में राहुल के सामने अपना दुखड़ा भी रो लिया है। इस बार केपी को आदमपुर से कांग्रेस की टिकट नहीं मिली है। उनके स्थान पर कांग्रेस ने बसपा से आए सुखविंदर सिंह कोटली को मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने इस सीट पर दोबारा से रिव्यू करने की बात कही है। बता दें कि मोहिंदर सिंह केपी जालंधर से सांसद भी रह चुके हैं और राहुल गांधी व्यक्तिगत तौर पर जानते और पहचानते हैं। यही वजह है कि केपी को दूर से ही देखकर राहुल गांधी ने उन्हें अपने पास आने से नहीं रोका। राहुल की सुरक्षा टीम ने भी उन्हें जाने दिया।बाकियों से पहले पहुंच केपी कूटनीति करने में सफल हो गए हैं। केपी कांग्रेस की मुखी स्टेज पर पहुंच गए हैं इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि राहुल गांधी के साथ हुई मुलाकात से शायद के पी के टिकट की बात बन गई है।