Punjab Election 2022: गुरदासपुर में आजादी के बाद लगातार 46 साल रहा कांग्रेस का दबदबा, तीन बार अकाली दल विजेता
कांग्रेस पार्टी ने 1951 से अपना जीतने की सफर शुरू किया जो लगातार 46 साल तक चलता रहा। इस दौरान कांग्रेस ने लगातार नौ विधानसभा चुनावों में जीत हासिल की। कांग्रेस के पुराने नेता प्रबोध चंद्र ही एक ऐसे नेता रहे जिन्होंने अपने नाम बतौर विधायक हैट्रिक दर्ज की है।
सुनील थानेवालिया, गुरदासपुर। पंजाब एक बार फिर विधानसभा चुनाव की दहलीज पर है। 20 फरवरी को मतदान के जरिये जनता राज्य के राजनीतिक भविष्य का फैसला करेगी। हलका गुरदासपुर भी चुनावी रंग में रंगा हुआ है। यहां आजादी के बाद पहली बार विधानसभा चुनाव की इबारत 1952 में लिखी गई। तब से लेकर 2017 तक यह हलका 14 बार अपने विधायक का चुनाव कर चुका है। इनमें से 11 बार कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार ही विजेता रहे हैं। कांग्रेस पार्टी ने 1951 से अपना जीतने की सफर शुरू किया तो वह लगातार 46 साल तक चलता रहा। इस दौरान कांग्रेस ने लगातार नौ विधानसभा चुनावों में जीत हासिल की। कांग्रेस के पुराने नेता प्रबोध चंद्र ही एक ऐसे नेता रहे, जिन्होंने अपने नाम बतौर विधायक हैट्रिक दर्ज की है।
1951 में कांग्रेस पार्टी के सुंदर सिंह अकाली दल के पूर्ण चंद को हराकर हलके के पहले विधायक बने। 1957 के चुनाव में कांग्रेस के प्रबोध चंद्र ने सीपीआइ के थोरा को मात दी। 1962 के चुनाव में कांग्रेस के प्रबोध चंद्र गुरबचन सिंह को पराजित कर दूसरी बार विधायक बने। 1967 के चुनाव में प्रबोध चंद्र ने लगातार तीसरी बार चुनाव जीत कर हैट्रिक बनाई। 1972 के चुनाव में खुशहाल बहल अकाली दल के करतार सिंह को हराकर विधायक बने। 1977 के चुनाव में खुशहाल बहल जनता पार्टी के सरदारी लाल को पराजित कर लगातार दूसरी बार विधायक बने। 1980 के चुनाव में कांग्रेस के रत्न लाल ने अकाली के जौहर सिंह के हराया।
1985 के चुनाव में कांग्रेस की महिला उम्मीदवार सुशील महाजन ने शिरोमणि अकाली दल के करतार सिंह को हराया। 1992 के चुनाव में कांग्रेस के खुशहाल बहल ने भाजपा के मोहन लाल मोहनी को पराजित किया। इसी तरह 1997 में कांग्रेस के विजय रथ को रोकते अकाली दल के करतार सिंह ने कांग्रेस के खुशहाल बहल को मात दी। 2002 के चुनाव में कांग्रेस के खुशहाल बहल ने अकाली दल के मनाव्वर मसीह को पराजित कर चौथी बार जीत हासिल की। 2007 के चुनाव में शिरोमणि अकाली दल के गुरबचन सिंह बब्बेहाली ने कांग्रेस के प्रीतम सिंह भिंडर को पराजित किया।
2012 में अकाली दल के गुरबचन सिंह बब्बेहाली कांग्रेस के रमन बहल को पराजित कर लगातार दूसरी बार विधायक बने। 2017 में कांग्रेस के बरिंदरमीत सिंह पाहड़ा ने पहली बार चुनाव लड़ते हुए जीत हासिल की व अकाली दल के गुरबचन सिंह बब्बेहाली को हैट्रिक बनाने से रोक दिया। 2022 में हो रहे 15वीं विधानसभा चुनाव में हलका गुरदासपुर में कांग्रेस, अकाली दल व आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों में दिलचस्प मुकाबला होने की संभावना है।