मरीज की मौत के बाद एसजीएल अस्पताल में हंगामा, मृतक के परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप
गढ़ा स्थित एसजीएल अस्पताल में वीरवार रात एक मरीज की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया।
जेएनएन, जालंधर। गढ़ा स्थित एसजीएल अस्पताल में वीरवार रात मरीज की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया। परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टरों पर इलाज में कोताही और रैफर करने में देरी के आरोप लगाए। वहीं अस्पताल प्रशासन ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है। दसूहा के गांव सबदपुर निवासी रोबिन ने बताया कि उनके पिता बलवीर सिंह (52) पुत्र जसवंत सिंह को तीन दिन पहले छाती में एलर्जी की शिकायत पर गढ़ा स्थित एसजीएल अस्पताल में दाखिल करवाया गया था। बुधवार को इलाज कर रहे डॉ. संजीव स्याल छुट्टी पर चले गए और वीरवार दोपहर पिता की तबीयत और बिगड़ने पर अस्पताल प्रशासन ने उन्हें सीरियस बताते हुए डीएमसी अस्पताल लुधियाना रैफर करने की बात कही। उन्होंने आरोप लगाया कि दोपहर को करीब एक बजे रैफर करने के बाद रात को आठ बजे उनकी यहां से रवानगी की गई और साधारण एंबुलेंस में बिना ऑक्सीजन व मेडिकल सहायक के भेज दिया था।
पीएपी चौक पहुंचते ही पिता बलवीर सिंह की हालत गंभीर हो गई और वापस एसजीएल अस्पताल पहुंचे तो उनकी मौत हो चुकी थी। उन्होंने अस्पताल पर रैफर करने में कोताही बरतने के आरोप लगाए हैं। इस संबंध में थाना 7 में भी शिकायत दे दी है। मौके पर एसएचओ गुरप्रीत सिंह व पुलिस ने पहुंचकर मामले को शांत किया।
उधर, इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन की ओर से जगदेव सिंह ने बताया कि मरीज को रैफर करने के आधे घंटे बाद रवाना कर दिया गया था। वेंटीलेटर वाली एंबुलेंस अस्पताल के उस समय मौजूद नहीं था तो साधारण एंबुलेंस में ले जाने की सलाह दी गई थी। उन्होंने इलाज में कोताही के आरोपों को भी बेबुनियाद बताया है।