पांच दिन बाद हुआ रजिस्ट्रियां करवाने का काम, टूटे सरकारी नियम
तहसील-दो में वीरवार को पांच दिन बाद रजिस्ट्रियां करवाने का काम शुरू हुआ। यहीं कारण रहा कि सुबह से लेकर शाम तक तहसील में लोगों की भीड़ उमड़ी।
जागरण संवाददाता, जालंधर : तहसील-दो में वीरवार को पांच दिन बाद रजिस्ट्रियां करवाने का काम शुरू हुआ। यहीं कारण रहा कि सुबह से लेकर शाम तक तहसील में लोगों की भीड़ उमड़ी। इसके साथ ही कोरोना को लेकर दिए गए सरकारी निर्देशों की भी जमकर अवहेलना हुई। खास बात रही कि जिला प्रशासनिक कांप्लेक्स में होने के बावजूद तहसील रजिस्ट्री करवाने पहुंचे अधिकतर लोगों ने चेहरे पर मास्क नहीं लगाया हुआ था।
दरअसल, शनिवार व रविवार को छुट्टी होने के बाद सोमवार को ट्रांसफर होकर आए प्रवीण कुमार जैसे ही कुर्सी संभालने पहुंचे तो वहां पर पहले से मौजूद सब रजिस्ट्रार-दो लखविदरपाल सिंह गिल ने कुर्सी छोड़ने से इंकार कर दिया था। मामला डीसी दरबार तक पहुंचने के बाद इसे लेकर डीए लीगल ने इसके लिए प्रवीण कुमार की तैनाती को ही सहीं बताया था। इस बीच रजिस्ट्रियां करने का काम भी चार घंटे तक बंद रहा। हालांकि, बाद दोपहर पहुंचे लोगों की रजिस्ट्री गई थी। लेकिन, उस दिन दोनों की कशमकश के चलते कई लोग बैंरग लौट गए थे। मंगलवार व बुधवार को भी सरकारी छुट्टी होने के चलते वीरवार को लोग रजिस्ट्रियां करवाने पहुंचे। इसी कारण तहसील में दिनभर भारी भीड़ रही। इसमें बुजुर्गों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। जिला प्रशासन को इस बारे में जानकारी भी थी, लेकिन मौके पर रजिस्ट्री करवाने आए लोगों की सहूलियत को लेकर कोई इंतजाम नहीं किए गए।