पीएपी फ्लाइओवर की राहत लाएगी आफत, टकराएंगे आरओबी पर चढ़ते हुए वाहन
फ्लाईओवर सिक्स लेन का होगा लेकिन जिस पीएपी रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) से इसे जोड़ा जाएगा, वह फोर लेन ही है। एकाएक रोड तंग होने से हादसों की आशंका बढ़ जाएगी।
मनुपाल शर्मा, जालंधर। पीएपी फ्लाइओवर के कंपलीट होने से मिलने वाली राहत एक बड़ी आफत को भी साथ लाने वाली है। 291.9 किलोमीटर लंबे जालंधर-पानीपत सिक्स लेन प्रोजेक्ट का फॉल्टी डिजाइन इस फ्लाइओवर पर बड़े हादसों की वजह बनेगा। नया बनाया जा रहा फ्लाईओवर सिक्स लेन का होगा, जिसकी प्रत्येक साइड की रोड 11 मीटर चौड़ी होगी, लेकिन जिस पीएपी रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) से इसे जोड़ा जाएगा, वह फोर लेन ही है, जिसकी एक साइड की रोड 7 मीटर के लगभग ही है।
एकाएक कम होगी 4 मीटर रोड
तेज गति से लुधियाना की तरफ से आ रहे वाहनों के लिए पीएपी फ्लाइओवर से उतरते ही एकाएक 4 मीटर के लगभग सड़क ही कम हो जाएगी। एक पूरी लेन ही ट्रैफिक के लिए उपलब्ध नहीं होगी। इससे हादसे होने की आशंका बढ़ जाएगी।
सड़क बेहद संकरी हो जाएगी और उसी पर चलने वाले ट्रक, बस, क्रेन, टैंपो और दोपहिया वाहन एक दूसरे के बेहद करीब आ जाएंगे और उनके टकराने की भी आशंका बनी रहेगी। फ्लाइओवर से उतरते ही मर्ज होगा सिटी का भी ट्रैफिक पीएपी फ्लाइओवर पीएपी आरओबी के ठीक पहले उतरेगा, वहीं पर सिटी से अमृतसर की तरफ जाने वाला ट्रैफिक भी मेन रोड पर मर्ज होगा। लुधियाना मेन रोड और सिटी का ट्रैफिक यहां पर इकट्ठा होकर संकरे फोरलेन पीएपी आरओबी पर चढ़ेगा, जहां हर समय ट्रैफिक के जाम होने जैसी स्थिति बनी रहेगी। किसी भी एक वाहन चालक की लापरवाही हादसा करवाने के लिए पर्याप्त होगी।
डिजाइन में ही नहीं है मौजूदा फोरलेन पुलों को सिक्स लेन बनाना
2009 में शुरू हुए जालंधर-पानीपत सिक्स लेन प्रोजेक्ट में मौजूदा फोरलेन पुलों को सिक्स लेन बनाना डिजाइन में ही नहीं है। सतलुज नदी, चहेड़ू, पीएपी आरओबी, सुच्ची पिंड आरओबी, लम्मा पिंड चौक, पठानकोट चौक जैसे पुराने फोरलेन पुलों को अरबों रुपये के प्रोजेक्ट में भी सिक्स लेन नहीं किया जा रहा। कंपनी के साइट पर काम कर रहे अधिकारी इसे अपना अधिकार क्षेत्र न होने का तर्क देते हुए कुछ भी कहने से इंकार कर रहे हैं।
नेशनल हाइवे अथॉरिटी से की जाएगी बातःडीसी
डीसी सिक्स लेन फ्लाइओवर को फेरलेन आरओबी से जोड़े जाने के मसले पर डीसी वरिंदर कुमार शर्मा ने कहा कि पीएपी फ्लाइओवर के बाद रामामंडी फ्लाइओवर का काम निपटने के बाद नेशनल हाईवे अथॉरिटी से फोरलेन पुलों को सिक्सलेन में तबदील करने का मामला हर हाल में उठाया जाएगा। फोरलेन पुलों को भी सिक्स लेन में तबदील करवाया जाएगा।