अटक सकता है प्रीत नगर-सोढल बरसाती सीवर प्रोजेक्ट, विधायक हैनरी और डीसी समेत चार को नोटिस
कई कॉलोनियों से बरसाती पानी की निकासी के लिए तैयार बरसाती सीवर प्रोजेक्ट का डिस्पोजल जिस जगह बनना है वह जगह स्कूल के साथ है और ग्रीन बेल्ट के लिए आरक्षित है।
जेएनएन, जालंधर। करीब चार दशक से बरसाती पानी की मार झेल रहे प्रीत नगर-सोढल चौक रोड की कॉलोनियों के लोगों के लिए फिर बुरी खबर है। बरसाती सीवरेज डालने के लिए टेंडर प्रोसेस से गुजर रहे प्रोजेक्ट को लेकर विधायक बावा हैनरी, डीसी, निगम कमिश्नर और इंडस्ट्री डिपार्टमेंट को लीगल नोटिस भेजा गया है। यह नोटिस इंडस्ट्रियल एरिया के रहने वाले नरिंदर सिंह और सुरिंदर सिंह ने भिजवाया है। लीगल नोटिस में हाईकोर्ट के आदेशों के उल्लंघन का आरोप है।
प्रीत नगर से सोढल चौक और आसपास की कई कॉलोनियों से बरसाती पानी की निकासी के लिए तैयार बरसाती सीवर प्रोजेक्ट का डिस्पोजल जिस जगह बनना है, वह जगह स्कूल के साथ है और ग्रीन बेल्ट के लिए आरक्षित है। लीगल नोटिस में इस पर एतराज जताया है और कहा है कि इस जमीन को लेकर पहले ही मामला कोर्ट में है तो इस जमीन पर अन्य प्रोजेक्ट कैसे बनवाया जा सकता है। आरोप लगाया है कि ग्रीन बेल्ट की जमीन को वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की आड़ में इसे हड़पने की साजिश है। इसमें पावरफुल लोग शामिल हैं। 15 दिन का समय देते हुए कहा गया है कि अगर इस प्रोजेक्ट को न रोका गया तो वह मामला कोर्ट में ले जाएंगे। इंडस्ट्रीयल एरिया को इंडस्ट्री डिपार्टमेंट ने डवलप किया था, इसलिए लीगल नोटिस डायरेक्टर इंडस्ट्री डिपार्टमेंट और सेक्रेटरी इंडस्ट्री डिपार्टमेंट को भी भेजा गया है।
प्रीत नगर से सोढल रोड पर बरसाती सीवर डालने के लिए नगर निगम ने अमरुत योजना के तहत 5.12 करोड़ का टेंडर दूसरी बार लगाया है। पहली बार सिर्फ एक कंपनी ने बिड दाखिल की थी। अगर दूसरी बार भी तीन बिड नहीं आती है तो तीसरी बार एक ही बिड आने पर टेंडर अलॉट हो सकता है। एसई स¨तदर कुमार ने कहा कि एक महीने में टेंडर प्रोसेस पूरा हो जाएगा। गौर हो कि यह बरसाती सीवर का प्रोजेक्ट शुरू करने का उदघाटन साल 2016 में तब विधायक केडी भंडारी ने किया था। फरवरी 2017 के चुनाव में बावा हैनरी विधायक बने और इस प्रोजेक्ट को रोक दिया। प्रोजेक्ट में कुछ नए इलाके जोड़े गए और अब इसका टेंडर लगाया गया तो लीगल नोटिस आ गया। प्रोजेक्ट में देरी का नुकसान हर बरसात में इलाके के लोगों को उठाना पड़ता है। लोगों के घरों में तीन से चार फुट तक पानी भर जाता है।
लीगल नोटिस का 2200 रुपये भी देने होंगे
इस मामले में नरिंदर सिंह और सुरिंदर सिंह के वकील डीके भट्टी ने नोटिस भेजा है। उन्होंने लीगल नोटिस भेजने का खर्च भी विधायक, डीसी, निगम कमिश्नर, सेक्रेटरी और डायरेक्टर इंडस्ट्री डिपार्टमेंट पर डाला है। इन्हें लीगल नोटिस के लिए 2200 रुपये देने के लिए कहा है। साथ ही यह भी कहा है कि अगर मामला कोर्ट में जाता है तो उस पर होने वाले लीगल खर्च को भी इन सभी को देना होगा।
पुराना प्रोजेक्ट लागू हो : सुशील शर्मा
भाजपा पार्षद सुशील शर्मा ने ग्रीन बेल्ट की जमीन पर डिस्पोजल बनाने का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि जो प्रोजेक्ट पूर्व विधायक केडी भंडारी ने तैयार करवाया था उसी पर काम होना चाहिए। पर्यावरण संरक्षण के लिए ग्रीन बेल्ट को बचाना जरूरी है।
डिस्पोजल को आगे-पीछे किया जा सकता है : बावा हैनरी
विधायक बावा हैनरी ने कहा कि लीगल नोटिस की जानकारी उन्हें है। डिस्पोजल को थोड़ा आगे-पीछे किया जा सकता है। सभी पक्षों से बात चल रही है और पॉजिटिव रिजल्ट ही आएगा। जनता के फायदे का प्रोजेक्ट है, इसे रुकने नहीं देंगे।
मैं प्रोजेक्ट के पक्ष में हूं : केडी भंडारी
पूर्व विधायक केडी भंडारी ने कहा कि प्रोजेक्ट पर काम होना चाहिए। कोर्ट के मामले में हस्तक्षेप नहीं करेंगे। भाजपा प्रोजेक्ट का विरोध नहीं करेगी। प्रीत नगर-सोढल नगर के लोगों को और संकट नहीं झेलना चाहिए। मैं प्रोजेक्ट का समर्थन करता हूं।
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