काजी मोहल्ले में 11 केवी केबल को लगी आग, कई इलाकाें में बिजली गुल, फीडर बंद करने पर एक घंटे में 200 शिकायतें
जालंधर शहर में पावरकॉम के टांडा रोड डिवीजन के तहत आते काजी मोहल्ले से गुजर रही 11 केवी केबल में आग लगने के बाद लाेगाें काे बिजली संकट से परेशान हाेना पड़ा।
जालंधर, जेएनएन। पावरकॉम के टांडा रोड डिवीजन के तहत आते काजी मोहल्ले से गुजर रही 11 केवी केबल में आग लग गई। आग लगते ही लोगों ने इसकी सूचना पावरकॉम व फायर ब्रिगेड विभाग को दी। गनीमत ये रही कि पावरकॉम के जेई रछपाल ने सूचना मिलते ही फीडर बंद कर दिए, जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया। अगर समय रहते फीडर बंद न किए जाते तो बड़ा हादसा हो सकता था।
वहीं, आग लगने का कारण काजी मंडी में मकान की कंस्ट्रक्शन करना बताया जा रहा है। फीडर बंद होते ही टांडा रोड डिवीजन में एक घंटे में 200 शिकायतें नोट की गई। इसके अलावा बरसात के कारण बड़िंग के कई इलाकों की बिजली बंद करनी पड़ी, जहां 150 से अधिक शिकायत नोट की गई। चारों डिवीजनों में सुबह छह बजे से लेकर शाम छह बजे तक 933 शिकायतें दर्ज की गई।
कंस्ट्रक्शन के लिए लगाए बांस से लगी आग
जेई रछपाल ने बताया कि उन्हें जैसे ही सूचना मिली कि केबल में आग लग गई है तो उन्होंने तुरंत कंट्रोल रूम में फोन कर तीनों फीडर बंद करवा दिए। मौके पर जाकर देखा तो वहां एक मकान का निर्माण हो रहा था। उसमें इस्तेमाल होने वाले बांस तारों के साथ छू रहे थे और बारिश के कारण स्पार्किग हुई व आग लग गई।
ऐसे में बड़ा हादसा हो जाता तो उसका जिम्मेदार पावरकॉम को ठहराया जाना था। रछपाल ने कहा कि लोग मकान तो बना लेते हैं, लेकिन ये नहीं देखते कि केबल को कोई नुकसान नहीं पहुंचे। एक घंटा बिजली बंद करने के बाद तारें दुरुस्त कर दी गई।
पॉकेट रेन बनी बड़िंग डिवीजन के लिए मुसीबत
बड़िंग डिवीजन के कर्मचारियों का कहना है कि सुबह से छोटे मोटे फाल्ट ठीक कर रहे थे। अचानक दोपहर को बारिश हुई तो कई इलाकों में लाइट बंद हो गई। कुछ ही समय में शिकायतों का अंबार लग गया। सभी मुलाजिम शिकायतें दूर करने निकल गए।