सरकार के खिलाफ गरजे पावरकाम कर्मी, बोले- डीए की किश्त मिले तो हरेक के खाते में आएंगे 2.5 लाख
प्रदर्शन में पावरकाम का टेक्निकल स्टाफ पेंशनर्स और कर्मचारी शामिल हुए। कन्वीनर गुरदीप सिंह ने कहा कि सरकार लगातार उनकी मांगों को नजरअंदाज कर रही है। पे-कमीशन लागू नहीं किया गया है। तीन वर्ष से डीए की किश्तें पेडिंग हैं।
जालंधर, जेएनएन। मंगलवार को लंबित मांगों को लेकर इंप्लाइज फेडरेशन के सदस्यों ने पंजाब सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में पावरकाम का टेक्निकल स्टाफ, पेंशनर्स और कर्मचारी शामिल हुए। कन्वीनर गुरदीप सिंह ने कहा कि सरकार लगातार उनकी मांगों को नजरअंदाज कर रही है। पे-कमीशन लागू नहीं किया गया है। तीन वर्ष से डीए की किश्तें पेडिंग हैं। अगर सरकार किश्तें रिलीज कर देती है तो हर कर्मचारी के खाते में ढाई लाख रुपये आएंगे।
कर्मचारियों ने सरकार पुतला फूंकते हुए नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि ठेका भर्ती बंद होनी चाहिए। विभाग में स्थायी कर्मचारियों की भर्ती होनी चाहिए। कर्मचारियों को डीसी रेट के मुताबिक तनख्वाह नहीं मिलनी चाहिए बल्कि विभाग की ओर से जारी स्केल के मुताबिक मिले। उन्होंने कहा कि वर्ष 2004 पेंशन स्कीम रद करके पुरानी पेंशन स्कीम को बहाल करना चाहिए। सरकार उनकी इन मांगों को लगातार नजरअंदाज कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने मांगों को जल्द नहीं माना तो संघर्ष तेज किया जाएगा।
इस अवसर पर बलविंदर सिंह राणा, सतीश कुमार, बलदेव सिंह, निधि शर्मा, सुशील कुमार ने कहा कि सरकार कर्मचारियों की मांगों को नजरअंदाज कर रही है। स्थायी स्टाफ रखा जाए ना कि ठेके पर स्टाफ रखा जाए।