शाम ढलते ही अंधेरे में घिर आती है एशिया की प्रसिद्ध मकसूदां मंडी, अधिकारी नहीं देते ध्यान
जालंधर की मकसूदां मंडी के दोनों प्रवेश द्वारों पर तो लाइटें लगी हैं लेकिन अंदर अंधेरे के बीच सुबह-सुबह कारोबार करना मुश्किल हो जाता है।
जागरण संवाददाता, जालंधर। एशिया की नामी सब्जी व फलों की थोक मार्केट मकसूदां मंडी दिन ढलते ही अंधेरे की चपेट में आ जाती है। मंडी के दोनों प्रवेश द्वारों पर तो लाइटें लगी हैं लेकिन अंदर अंधेरे के बीच कारोबार करना मुश्किल हो जाता है। कई जगह पर तो परेशान होकर आढ़तियों ने खुद लाइटों का इंतजाम किया है।
गौरतलब है कि मकसूदां सब्जी मंडी में न केवल पंजाब बल्कि आसपास के राज्यों से भी व्यापारी दिन-रात खरीदारी करने के लिए आते हैं। मंडी में तड़के से ही कारोबार शुरू हो जाता है। कारण, आसपास के गांवों से किसान तड़के से ही माल लेकर पहुंच जाते हैं। दिन में शहर में एंट्री न होने के चलते उन्हें तड़के ही माल बेचकर निकलना होता है। सुबह-सुबह उन्हें भी मंडी के अंदर लाइटिंग का प्रबंध न होने के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसी कारण मंडी में लाइट की व्यापक व्यवस्था की और भी अधिक जरूरत अनुभव की जा रही है। दूसरी ओर बार-बार मांग करने के बाद भी इस जरूरत को गंभीरता के साथ नहीं लिया जा रहा है। मंडी में बनी फड़ों पर लाइटें खराब होने के काफी समय के बाद भी इन्हें ठीक नहीं किया जा रहा है।
मंडी अधिकारी बोले- करवाएंगे लाइटिंग व्यवस्था की जांच
उधर, जिला मंडी अधिकारी वरिदंर खेड़ा का कहना है कि लाइटों की मेंटिनेंस निरंतर की जाती है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में उनके पास कोई शिकायत नहीं मिली है। फिर भी मंडी में लाइटों की जांच करवाई जाएगी।