पुलिस ने कहा, कयूम व बशीर की पृष्ठभूमि जानना जरूरी, अदालत ने दिया दो दिन का और रिमांड
मकसूदां थाने में 14 सितंबर को हुए सीरियल ब्लास्ट में गिरफ्तार किए गए शाहिद कयूम और फाजिल बशीर का रिमांड खत्म होने के बाद सोमवार को थाना डिवीजन नंबर 1 की पुलिस ने दोनों को अदालत में पेश किया।
संवाद सहयोगी, जालंधर :
मकसूदां थाने में 14 सितंबर को हुए सीरियल ब्लास्ट में गिरफ्तार किए गए शाहिद कयूम और फाजिल बशीर का रिमांड खत्म होने के बाद सोमवार को थाना डिवीजन नंबर 1 की पुलिस ने दोनों को अदालत में पेश किया। पुलिस ने अदालत में दलील दी कि बशीर और कयूम के बारे में सबकुछ जानने के लिए और रिमांड चाहिए। उनकी पृष्ठभूमि के बारे में पता कर ही इस केस में और सफलता हासिल की जा सकती है, इसलिए तीन दिन का और रिमांड चाहिए। अदालत ने दलीलें सुनने के बाद दोनों का दो दिन का रिमांड और बढ़ा दिया।
थाना प्रभारी कुलवंत ¨सह ने बताया कि रिमांड के दौरान उनके फरार साथियों के बार में भी पूछताछ की जाएगी।
----
थाने ही नहीं, कई बड़े नाम वाले लोग भी निशाने पर थे
बशीर और कयूम की गिरफ्तारी के बाद पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि दोनों के निशाने पर थानों के अलावा और कौन-कौन सी जगह थी। जांच में पता चला कि थानों के अलावा और भी कई जगह उनके निशाने पर थे। वहीं कई बड़े नाम भी उनकी योजना में शामिल थे। हालांकि वहां पर कब और क्या वारदात करनी थी, इसके बारे में कुछ नहीं पता। पुलिस सुरक्षा के नाम पर ऐसी कोई बात सामने नहीं ला रही है, लेकिन बताया जा रहा है कि उनके साथियों की गिरफ्तारी के बाद इस मामले में पुलिस कुछ खुलासा कर सकती है।
----
सोमवार को भी हुई कई लोगों से पूछताछ
मकसूदां बम ब्लास्ट मामले में पुलिस ने कुछ लोगों से सोमवार को भी पूछताछ की है। पुलिस ने इसे रुटीन की कार्रवाई बताया लेकिन जानकारी के मुताबिक यह सभी वही लोग हैं जो सीधे तौर बशीर और कयूम के संपर्क में रहे हैं। पुलिस ने सभी को पूछताछ के लिए बुलाया और उनके बयान कलमबद्ध कर उनके वापस भेज दिया।
----
यह है मामला
मकसूदां थाने में ब्लास्ट के मामले में पुलिस ने जालंधर के सेंट सोल्जर कालेज में सिविल इंजीनिय¨रग कर रहे दो छात्रों 22 वर्षीय शाहिद कयूम और 23 वर्षीय फाजिल बशीर को गिरफ्तार किया था। उनके दो साथी रउफ अहमद उर्फ रउफ और मीर उमर रमजान उर्फ गाजी फरार हैं। जांच में सामने आया था कि कयूम और बशीर करीब दो साल से जालंधर में पढ़ रहे थे। मकसूदां में ही दोनों एक पीजी में रहते थे। दोनों आतंकी संगठन अंसार-गजावत-उल-¨हद के सरगना जाकिर रशीद भट्ट उर्फ जाकिर मूसा के साथी हैं। मूसा और उसके राइट हैंड आमिर ने ही दोनों को कश्मीर में आतंकी ट्रे¨नग दी थी। वहीं रउफ और मीर कश्मीर में रहते हैं। वारदात से एक दिन पहले 13 सितंबर को रउफ और मीर कश्मीर से हवाई जहाज के जरिए चंडीगढ़ पहुंचे। वहां से बस के जरिए जालंधर आए और मकसूदां चौक पर दोनों को कयूम और बशीर से मिले। चारों ने मकसूदा के पीजी में एक साथ रात गुजारी। वारदात वाले दिन 14 सितंबर को उन्होंने साढ़े चार से साढ़े पांच बजे तक रेकी की। इसके बाद शाम 7.40 बजे चारों ने चार हैंड ग्रेनेड थाने में फेंके और पटेल चौक के रास्ते सीधा बस स्टैंड पहुंचे। वहां से दो जम्मू-कश्मीर के लिए रवाना हो गए।