मकसूदां थाना ब्लास्टः बशीर और कयूम के राजदार आधा दर्जन लोगों से पूछताछ में जुटी पुलिस
मकसूदां थाना ब्लास्ट में गिरफ्तार शाहिद कयूम और फाजिल बशीर से पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस उनसे मिलने-जुलने वाले लोगों को भी राउंडअप किया है।
संवाद सहयोगी, जालंधर : मकसूदां थाने में 14 सितंबर को हुए सीरियल ब्लास्ट में गिरफ्तार किए गए शाहिद कयूम और फाजिल बशीर के साथ मिलने वाले छह लोगों की पहचान करवा कर उनको राउंडअप कर पूछताछ शुरू की है।
पुलिस ने रिमांड के दौरान दोनों से उन लोगों के बारे में पूछताछ की जो उनसे मिलते थे और काफी समय साथ गुजारते थे। पुलिस यह जानना चाहती है कि मकसूदां थाने में बम फेंकने के मामले में और कौन कौन जुड़ा है और इस बात के बारे में किस-किस को पता था। बताया जा रहा है कि राउंडअप किए गए लोग पीजी और कालेज में दोनों से काफी मिलते जुलते थे। सीआइए स्टाफ में सभी से आला अफसरों ने अलग-अलग पूछताछ की है।
गाजी और रउफ ने फेंके थे बम!
पुलिस रिमांड के दौरान कयूम और बशीर ने फिर से अपने बयान को दोहराया कि मकसूदां थाने में बम गाजी और रउफ ने फेंके थे। वे दोनों तो सिर्फ उनको रास्ता दिखा रहे थे। उनको यह नहीं पता था कि दोनों क्या करने वाले हैं, लेकिन इतना था कि कुछ ठीक नहीं हो रहा। 'ऊपर' से आदेश आने के बाद उन्होंने यह सारा काम किया। बम कहां से आया, देने वाला कौन था, इसके बारे में गाजी और रउफ को पता था। ऐसे में अब पुलिस आदेश देने वाले आका के बारे में पता लगा रही है।
गाजी और रउफ की तलाश में टीमें रवाना
जालंधर पुलिस ने गाजी और रउफ की तलाश में टीमें बना कर रवाना कर दी हैं। इस बारे में आधिकारिक पुष्टि तो नहीं लेकिन बताया जा रहा है कि कश्मीर पुलिस से संपर्क कर जालंधर पुलिस ने अपनी टीमें रवाना की हैं। इस बारे में जब डीसीपी गुरमीत सिंह से बात की गई तो उनका कहना था कि गाजी और रउफ की तलाश की जा रही है। कई संदिग्ध लोगों से पूछताछ की गई है लेकिन यह रुटीन की कार्रवाई थी। इस मामले में और किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया। रउफ तथा गाजी को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
यह है मामला
14 सितंबर को मकसूदां थाने में ब्लास्ट के मामले में पुलिस ने जालंधर के सेंट सोल्जर कालेज में सिविल इंजीनियरिंग कर रहे दो छात्रों 22 वर्षीय शाहिद कयूम और 23 वर्षीय फाजिल बशीर को गिरफ्तार किया था। उनके दो साथी रउफ अहमद उर्फ रउफ और मीर उमर रमजान उर्फ गाजी फरार हैं। जांच में सामने आया था कि क्यूम और बशीर करीब दो साल से जालंधर में पढ़ रहे थे। मकसूदां में ही दोनों एक पीजी में रहते थे। दोनों आंतकी संगठन अंसार- गजावत-उल-हिंद के सरगना जाकिर रशीद भट्ट उर्फ जाकिर मूसा के साथी हैं। मूसा और उसके राइट हैंड आमिर ने ही दोनों को कश्मीर में आतंकी ट्रेनिंग दी थी।
वहीं, रउफ और मीर कश्मीर में रहते हैं। वारदात से एक दिन पहले 13 सितंबर को रउफ और मीर कश्मीर से हवाई जहाज के जरिए चंडीगढ़ मोहाली में पहुंचे। वहां से बस के जरिए जालंधर में आए और मकसूदां चौक पर दोनों को कयूम और बशीर से मिले। चारों ने मकसूदा के पीजी में एक साथ रात गुजारी। वारदात वाले दिन 14 सितंबर को उन्होंने साढ़े चार से साढ़े पांच बजे तक रेकी की। इसके बाद 7.40 मिनट पर चारों ने चार हैंड ग्रेनेड थाने में फेंके और पटेल चौक के रास्ते सीधा बस स्टैंड पहुंचे। वहां से दो जम्मू कश्मीर के लिए रवाना हो गए।