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मकसूदां ब्लास्ट और शीला मर्डर केस में उलझी पुलिस के हाथ खाली

जासं, जालंधर: जालंधर पुलिस के सामने इन दिनों दो बड़े मामले चुनौती बन कर खड़े हैं। एक मकसूदां थाने में हुए बम ब्लास्ट का है, दूसरा दकोहा में रहने वाले एएआइजी सरीन प्रभाकर की माता शीला की हत्या का। दोनों मामलों में जालंधर पुलिस के आला अधिकारियों से लेकर नीचे तक की टीम लगी हुई है पुलिस के हाथ फिलहाल पूरी तरह से खाली हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Sep 2018 03:27 PM (IST)Updated: Sun, 23 Sep 2018 03:27 PM (IST)
मकसूदां ब्लास्ट और शीला मर्डर केस में उलझी पुलिस के हाथ खाली
मकसूदां ब्लास्ट और शीला मर्डर केस में उलझी पुलिस के हाथ खाली

जासं, जालंधर: जालंधर पुलिस के सामने इन दिनों दो बड़े मामले चुनौती बन कर खड़े हैं। एक मकसूदां थाने में हुए बम ब्लास्ट का है, दूसरा दकोहा में रहने वाले एएआइजी सरीन प्रभाकर की माता शीला की हत्या का। दोनों मामलों में जालंधर पुलिस के आला अधिकारियों से लेकर नीचे तक की टीम लगी हुई है पुलिस के हाथ फिलहाल पूरी तरह से खाली हैं। खुद पुलिस कमिश्नर प्रवीण कुमार सिन्हा जांच टीमों से रिपोर्ट ले रहे हैं। पुलिस अलग-अलग एंगल पर इन मामलों की जांच कर रही हैं ताकि जल्द से जल्द इनका निपटारा हो सके। मकसूदां बम कांड में भी आठ दिन बीत चुके हैं और दकोहा हत्याकांड में पांच दिन बीत चुके हैं।

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संदिग्धों से हुई पूछताछ, पुलिस ने खंगाले डेढ़ किलोमीटर तक लगे सीसीटीवी कैमरे

दकोहा में बीते दिनों एआइजी सरीन प्रभाकर की माता शीला रानी की हत्या के मामले में जांच कर रही पुलिस ने दो दर्जन से ज्यादा संदिग्धों से पूछताछ की। पुलिस ने इलाके में रहने वाले नशेड़ियों और किराए पर रहने वाले लोगों को भी जांच में शामिल किया है। जानकारी के मुताबिक अभी तक इस मामले में पुलिस को कोई खास सफलता तो नहीं मिली है, लेकिन पुलिस की जांच लगातार जारी है। वारदात के बाद से लेकर पुलिस ने अभी तक करीब डेढ़ किलोमीटर दूर तक लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाल चुकी है ताकि पता चल सके कि रात के वक्त कौन-कौन वहां से निकला था। वहीं पुलिस ने वारदात स्थल पर चले मोबाइल के डंप भी उठाए हैं जिससे मामले को जल्द हल करने का प्रयास किया जा रहा है। बीते दिनों पीएपी में तैनात एआइजी कंट्रोल रूम सुनील कुमार की दकोहा निवासी 80 वर्षीय माता शीला पत्नी रोशन लाल की हत्या कर दी गई थी। हत्या का कारण लूटपाट माना जा रहा है क्योंकि शीला के हाथों में पहनी सोने की बालियां और कानों की बालियां गायब थी।

मकसूदां थाने में पकड़े गए मुजरिमों के रिकार्ड खंगाले

जालंधर:मकसूदां थाने में बीते दिनों हुए चार बम धमाकों के मामले में सात दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस को कोई खास सफलता नहीं मिल पाई है। जानकारी के मुताबिक पुलिस ने इस मामले की तह तक जाने के लिए थाना पुलिस की तरफ से बीते एक साल में पकड़े गए मुजरिमों के रिकार्ड खंगालने शुरु कर दिए हैं। पुलिस ऐसे लोगों के बारे में पता लगा रही है जो बड़े आपराधिक मामलों में लिप्त थे।

राष्ट्रीय जांच एजेंसियों की जांच पूरी होने के बाद अब जालंधर कमिश्नरेट और देहाती पुलिस मिलकर इस मामले को सुलझाने का प्रयास कर रही है। शनिवार को पुलिस ने आसपास की रेहड़ी वालों से लेकर दुकानदारों तक से पूछताछ की।


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