पुलिस हेल्पलाइन से नहीं मिली मदद, सीएम को किया ट्वीट तो डीसी-एसएसपी घर पहुंचे
घर में बंद रहने पर मानसिक तनाव होने लगा तो युवक ने पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर परेशानी बताई।
जालंधर [मनीष शर्मा]। कर्फ्यू से घर में बंद रहने पर मानसिक तनाव होने लगा तो दुबई से पढ़ने आए युवक ने पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर परेशानी बताई। पुलिस ने युवक को ई-पास बनवाने को कहा। युवक दो दिन से सोया नहीं था इसलिए उसने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को ट्वीट कर दिया। युवक ने बताया कि वह अकेले रह रहा है और उसे मानसिक स्वास्थ्य की दिक्कत हो रही है। उसका परिवार भी यहां नहीं है। वह अकेले नहीं रह सकता और अपनी बुआ के पास नकोदर जाना चाहता है। सवा दो घंटे बाद सीएम ने युवक को जवाब दिया कि चिंता न करें। हम उसके साथ हैं और डीपीआरओ जालंधर के जरिये डीसी को तुरंत मामला देखने को कहा।
इसका पता चला तो डीपीआरओ ने तुरंत युवक से फोन नंबर मांगा और तकरीबन आधे घंटे में डीसी वरिंदर शर्मा और एसएसपी नवजोत माहल मेडिकल टीम लेकर युवक के घर पहुंच गए। वहां युवक से बातचीत के बाद पुलिस ने उसे नकोदर में बुआ के घर भिजवा दिया।
सीटी इंस्टीट्यूट में बीबीए का छात्र है हरसिमरन
हरसिमरन सिंह ने कहा कि वह दुबई से यहां पढ़ने आया है और सीटी इंस्टीट्यूट में बीबीए अंतिम सेमेस्टर का छात्र है। वह अकेले यहां नकोदर के गांव चाणियां में रहता है, परिवार दुबई में रहता है। पहले वह दोस्तों के पास चला जाता था लेकिन जब से कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर लॉकडाउन हुआ तो घर में ही कैद हो गया। कुछ दिन बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। 15 दिन घर के भीतर रहने से उसे मानसिक तनाव हो गया। दो दिन से उसे नींद भी नहीं आई। उसने पहले पुलिस कंट्रोल रूम में फोन किया तो वो पुलिस कमिश्नरेट में लगा। उन्होंने देहात पुलिस कंट्रोल रूम का नंबर दिया। जहां से ई-पास बनवाने का सुझाव मिला। उसने आवेदन भी किया लेकिन पास बनकर नहीं आया। उन्हें लगा कि तबीयत ज्यादा बिगड़ रही तो सीएम को ट्वीट कर दिया।
सीएम की प्रतिक्रिया के बाद तेजी से कार्रवाई
हरसिमरन ने 11 बजकर 17 मिनट पर किए ट्वीट में सीएम के साथ डीसी वरिंदर शर्मा, पंजाब पुलिस और डीपीआरओ जालंधर को भी मेंशन किया था। पंजाब पुलिस ने एक बजकर 36 मिनट पर उसे ई-पास बनाने को कहा। इसके बाद सीएम ने एक बजकर 34 मिनट पर प्रतिक्रिया दी तो उसके पांच मिनट बाद यानि एक बजकर 39 मिनट पर डीपीआरओ ने युवक का नंबर मांगा। नंबर दिया तो डीपीआरओ ने आधे घंटे में पहुंचने का भरोसा दिया। उस वक्त डीसी व एसएसपी नकोदर इलाके में ही कर्फ्यू को सख्ती से लागू करने के लिए फ्लैग मार्च निकाल रहे थे। दो बजकर 28 मिनट पर डीपीआरओ ने डीसी व एसएसपी की युवक से मुलाकात की फोटो समेत सीएम को जवाब दिया कि वह चाणिया पहुंचकर युवक से मिले हैं।
मैंने गलत रास्ता नहीं अपनाया, आप भी करें सहयोग
हरसिमरन ने मुख्यमंत्री, डीसी व एसएसपी का धन्यवाद करते हुए कहा कि पहले किसी ने उसे सलाह दी कि रात को पुलिस नहीं होती, वह उस समय रेलवे स्टेशन नकोदर में रहने वाली बुआ के पास चला जाए। उसने अपने पापा से बात की तो उन्होंने सही तरीका इस्तेमाल करने को कहा। उसने बाकी लोगों से भी अपील की कि कोरोना वायरस से इस जंग में प्रशासन का साथ दें। सभी निर्देशों का पालन करें। कोई नियम न तोड़ें। बाहर निकलना जरूरी हो तो सही रास्ता अपनाएं। एसएसपी नवजोत माहल ने युवक समेत सभी लोगों से अपील की कि मदद की जरूरत हो तो बेझिझक पुलिस अधिकारियों से संपर्क करें।