High Profile मर्डर केस पुलिस के लिए बने पहेली, हाथ नहीं लगे सुराग Jalandhar News
पुलिस का कहना है कि जो मर्डर केस अभी तक हल नहीं हुए हैं उनकी छानबीन जारी है। जल्द ही हत्या के मामलों को सुलझाकर आरोपित गिरफ्तार किए जाएंगे।
जालंधर, [सुक्रांत]। शहर के कई बड़े हत्याकांड पुलिस के लिए मिस्ट्री बनते जा रहे हैं। कई कई सालों से पुलिस कई ऐसे हत्याकांड की जांच के नाम पर महज हाथ पर हाथ धरे बैठी है। क्योंकि उन मामलों में पुलिस के पास कोई भी सुराग नहीं है। हत्या करने वाले आराम से शहर में घूम रहे हैं और पुलिस जल्द हल करने के दावे कर रही है। इनमें शहर का बहुचर्चित बिल्ला मर्डर केस भी शामिल है, जिसमें पुलिस आरोपित को पकडऩे का दावा कर रही थी, लेकिन बाद में अदालत में उसे भी बरी कर दिया गया, जिसके चलते यह केस फिर से जीरो से शुरू हो गया।
करीब सात साल पहले नई बारादरी के एरिया में हुआ शेयर ब्रोकर हत्याकांड का मामला भी आज तक हल नहीं हो पाया है। राजनगर में हुआ महंत हत्याकांड भी ठंडे बस्ते में जा चुका है। तीनों हत्याकांड को न सुलझा पाने की बात तो अलग, पुलिस आज तक यह ही नहीं जान पाई कि इन सारे हत्याकांड की असल वजह क्या रही है।
कंपनी बाग चौक के पास सरेराह मारी गई थी बिल्ला को गोली
करीब तीन साल पहले कंपनी बाग चौक के पास पाल गार्मेंट के मालिक अनिल कुमार बिल्ला जिम से लौटने के बाद कंपनी बाग चौक के पास अपनी गाड़ी में बैठे थे। इस दौरान किसी ने उनको गोली मार दी और फरार हो गया। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित किया। जांच में सामने आया था कि एक हेलमेट पहनकर एक्टिवा सवार गाड़ी के पास आया। वह कुछ देर तक बिल्ला के साथ गाड़ी में बैठा और फिर उसको गोली मार कर फरार हो गया। इसके बाद पुलिस ने कई संदिग्धों को उठाया, लेकिन कोई हल नहीं निकला। कुछ समय बाद पुलिस ने उद्योगपति राजन कोचर को गिरतार किया और दावा किया कि उसने ही हत्या की है। लेकिन बाद में अदालत में आरोप साबित न होने पर उसे बरी कर दिया गया। आज तक यही सामने नहीं आया कि आखिर बिल्ला की हत्या क्यों की गई थी।
राज बना हुआ है शेयर ब्रोकर हत्याकांड
करीब सात साल पहले केसर पेट्रोल पंप के साथ वाली गली में एक शव मिला था। मृतक के सिर पर किसी भारी चीज से वार करने के निशान थे। पुलिस जांच में सामने आया था कि शव केसर पेट्रोल पंप के पास स्थित एक कंपनी में काम करने वाले शेयर ब्रोकर का था। पुलिस इस हत्याकांड को आज तक नहीं सुलझा पाई है और हत्याकांड के पीछे की वजह जानना तो दूर की बात है। हालांकि जांच के दौान इस मर्डर के पीछे एक लड़की का नाम आया था लेकिन पुलिस सबूत नहीं जुटा पाई थी। ऐसे में यह हत्याकांड पुलिस के लिए एक पहेली बन कर रह गया है।
महंत हत्याकांड करने वालों तक भी नहीं पहुंचे पुलिस के हाथ
2010 में राज नगर में रहने वाले एक महंत की हत्या की गई थी। महंत का शव बेहद गली-सड़ी हालत में मिला था। पुलिस ने इस मामले में दर्जनों से पूछताछ की और संदिग्धों को उठाया। लेकिन आज तक यह मर्डर मिस्ट्री भी हिस्ट्री ही बनी हुई है।
गुरु नानक पुरा में दो महिलाओं की हत्या भी पहेली
गुरु नानक पुरा में कुछ साल पहले एक सप्ताह के भीतर ही दो बुजुर्ग महिलाओं की हत्या हो गई थी। दोनों मामलों में समानता यह थी कि महिलाएं घर में अकेली ही थी और उनको मारने के बाद घर में लूटपाट भी की गई थी। इस दोनों केस को सुलझाने में भी पुलिस आजतक नाकाम ही रही है।
पुलिस कई बड़े केस सुलझा चुकी है और ऐसा नहीं है कि जो केस ट्रेस नहीं हुए, उन पर काम बंद हो गया है। पुलिस अपना काम कर रही है और हत्या करने वालों को गिरतार करने का प्रयास कर रही है।
-गुरमीत सिंह, डीसीपी इन्वेस्टीगेशन।
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