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संकट की घड़ी में कर्फ्यू ड्यूटी के साथ इंसानियत भी दिखा रही 'खाकी'

संक्रमण रोकने के लिए पुलिस जहां 24 घंटे ड्यूटी दे रही है। वहीं मानवता की सेवा के जरिए भी खाकी का नया रूप दिख रहा है। खासकर देहात पुलिस नए उदाहरण पेश कर रही है।

By Sat PaulEdited By: Published: Fri, 17 Apr 2020 01:39 PM (IST)Updated: Fri, 17 Apr 2020 06:12 PM (IST)
संकट की घड़ी में कर्फ्यू ड्यूटी के साथ इंसानियत भी दिखा रही 'खाकी'
संकट की घड़ी में कर्फ्यू ड्यूटी के साथ इंसानियत भी दिखा रही 'खाकी'

जालंधर,[मनीष शर्मा]। संक्रमण रोकने के लिए पुलिस जहां 24 घंटे ड्यूटी दे रही है। वहीं मानवता की सेवा के जरिए भी खाकी का नया रूप दिख रहा है। खासकर, देहात पुलिस नए उदाहरण पेश कर रही है। ग्रामीण क्षेत्र में एसएसपी नवजोत सिंह माहल व एसपी आरपीएस संधू से लेकर डीएसपी व एसएचओ स्तर के अधिकारी खुद जरूरतमंदों तक पहुंचकर राशन बांट रहे हैं। शुरुआत में पुलिस ने सख्ती बरती, लेकिन अब लोगों को सहयोग व बचाव का मरहम लगा रही है। ऐसे ही तीन मामले सामने आए हैं, जिसमें पुलिस वाले ड्यूटी से ऊपर उठकर नई मिसाल कायम कर रहे हैं।

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वीडियो देख 12 दिन के बच्‍चे को बचाया

देहात पुलिस के ट्रैफिक विंग में शाहकोट तैनात एएसआइ जगमोहन सिंह ने फेसबुक पर एक वीडियो देखी। उसमें लिखा था कि एक 12 दिन का बच्चा निजी अस्पताल में भर्ती है और उसे ब्रेन में कोई समस्या हो गई है। परिवार की वित्तीय हालत इतनी अच्छी नहीं कि उसका इलाज का खर्च उठा सके। बच्चा धालीवाल कादियां गांव का था। एएसआइ जगमोहन को याद आया कि उनके साथ तैनात कांस्टेबल जसवीर सिंह वहीं का है। उन्होंने तुरंत फोन लगाया और वीडियो की सच्चाई पता कराई। जसवीर की पुष्टि के बाद एएसआइ जगमोहन सिंह ने तुरंत अस्पताल में भर्ती बच्चे को वित्तीय मदद मुहैया कराई।

हिमाचल की छात्राओं का लुधियाना पहुंचाया

हिमाचल प्रदेश के चंबा की रहने वाली तीन लड़कियां अपने दोस्त के यहां जालंधर के मेहतपुर आई थी। वो 21 मार्च को आई लेकिन अचानक अगले दिन कर्फ्यू लग गया। वो लुधियाना में अपने पीजी में नहीं जा सकीं और गांव में ही फंस गईं। एक महीने तो किसी तरह वो अपनी सहेली के यहां रहीं लेकिन अब वो वापस लौटना चाहती थी। कर्फ्यू की वजह से उनका न तो लुधियाना पीजी में जाना संभव था और न ही हिमाचल। उन्होंने गांव के सरपंच व वुमन हेल्पलाइन पर मदद मांगी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। फिर उनका हौंसला टूट गया लेकिन तब किसी ने उन्हें थाना मेहतपुर के एसएचओ लखबीर सिंह का नंबर दिया। एसएचओ लखबीर ने उनकी पूरी बात सुनी और फिर अपनी सुरक्षा में उन्हें पीजी में लुधियाना पहुंचाया। बाद में लड़कियों ने पुलिस को धन्यवाद भी किया।

मरीज को अपनी गाड़ी से अ‍स्‍पताल पहुंचाया

शाहकोट में मलसिया पुलिस चौकी इंचार्ज एएसआइ जगतार सिंह कर्फ्यू के दौरान नाके पर तैनात थे। तभी देखा कि गांव मंडियाला से एक व्यक्ति स्कूटर पर बीमार पत्नी को लेकर जा रहा था। महिला दिल की मरीज थी और उसकी हालत काफी खराब थी। एएसआइ जगतार सिंह ने तुरंत अपनी निजी गाड़ी निकाली और महिला को उसमें बिठाकर जालंधर के निजी अस्पताल में भिजवाया। तब पता चला कि उनके पास इलाज के लिए भी पर्याप्त पैसे नहीं हैं तो उन्होंने आर्थिक मदद भी की। 

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