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पंजाब पुलिस नशा तस्करों के खिलाफ लड़ने में सक्षम- डीजीपी

राज्य को नशा मुक्त बनाने के लिए नशा तस्करों के खिलाफ लड़ने में पंजाब पुलिस पूरी तरह सक्षम है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 10 Oct 2019 09:21 PM (IST)Updated: Thu, 10 Oct 2019 09:21 PM (IST)
पंजाब पुलिस नशा तस्करों के खिलाफ लड़ने में सक्षम- डीजीपी
पंजाब पुलिस नशा तस्करों के खिलाफ लड़ने में सक्षम- डीजीपी

जागरण संवाददाता, जालंधर

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नशा तस्करों के साथ मुठभेड़ में मारे गए एसटीएफ के कांस्टेबल गुरदीप सिंह की आत्मिक शांति के लिए रखे गए भोग में शामिल हुए डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा कि राज्य को नशा मुक्त बनाने के लिए नशा तस्करों के खिलाफ लड़ने में पंजाब पुलिस पूरी तरह सक्षम है। उन्होंने कहा कि भविष्य में इस तरह की किसी भी मुठभेड़ को खास तरीके से निपटने के लिए नीति तैयार की जा रही है। इस के साथ ही राज्य में आए दिन पंजाब पुलिस के साथ हो रही मारपीट पर डीजीपी ने ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का कह इस संबंध में ज्यादा कुछ बोलना जरूरी नहीं समझा।

ज्ञात हो कि एक अक्टूबर को अमृतसर के जंडियाला गुरु में नशा तस्करों के साथ हुई मुठभेड़ में एसटीएफ के कांस्टेबल गुरदीप सिंह की गोली लगने से मौत हो गई थी। देओल नगर निवासी और सीआरपीएफ से रिटायर्ड एएसआइ जगजीत सिंह के बेटे गुरदीप सिंह का दो अक्टूबर को अंतिम संस्कार किया गया था, जिसके बाद उनकी आत्मिक शांति के लिए वीरवार को देओल नगर स्थित गुरुद्वारा सिंह सभा में धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान डीजीपी दिनकर गुप्ता ने जहां नशा तस्करों से लड़ते हुए अपनी जान की कुर्बानी देने वाले कांस्टेबल गुरदीप सिंह को जहां पंजाब पुलिस का बहादुर सिपाही बताया, वहीं नशा तस्करों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई किए जाने की बात कही। इस मौके पर सांसद संतोख सिंह चौधरी, विधायक सुशील रिकू, पूर्व डीजीपी माहल सिंह भुल्लर, आइजीपी एसटीएफ बार्डर रेंज आरके जैसवाल, पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह, डीसीपी हैड क्वार्टर अरुण सैनी व अन्य पुलिस अधिकारी खास तौर पर मौजूद थे।

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-मुआवजा देने के लिए जल्द लाएंगे नई स्कीम.

इस मौके पर डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा कि समाज विरोधी तत्वों के विरुद्ध कारवाई करते हुए शहीद हुए पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के परिवारों को मुआवजा देने लिए नई नीति को जल्द जारी किया जाएगा। डीजीपी ने कहा कि पंजाब पुलिस दुखी परिवारजनों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। नई नीति मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के विचाराधीन है और जल्द इसको अंतिम रूप दे दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों के कल्याण के लिए इस नेक कार्य के लिए किसी प्रकार की कोई कमी बाकी नहीं छोड़ी जाएगी।


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