खेल सेंटर में खिलाड़ियों को मिलेगी सिर्फ शारीरिक फिटनेस की मिलेगी ट्रेनिंग, खेल डायरेक्टर ने दिए आदेश
खेल डायरेक्टर ने यह फैसला कोविड-19 वायरस की गंभीरता को देखते हुए लिया गया है। कोचिंग सेंटर में सेहत विभाग की गाइडलाइन के मुताबिक ही ट्रेनिंग करवानी होगी।
जालंधर, [कमल किशोर]। अब कोच खिलाड़ियों को खेल सेंटर में टेक्निकल कोचिंग नहीं देगा। शारीरिक फिटनेस की ट्रेनिंग देनी होगी। हर कोच को एक खिलाड़ी से दूसरे खिलाड़ी में शारीरिक दूरी का ध्यान रखना होगा। खेल विभाग के डायरेक्टर ने जिला खेल अधिकारियों को हिदायतें जारी की है। डायरेक्टर ने जिले के सेंटरों में आने वाले खिलाड़ियों को ट्रेनिंग के दौरान सिर्फ शारीरिक फिटनेस के तौर पर अभ्यास करवाना होगा।
खेल डायरेक्टर ने यह फैसला कोविड-19 वायरस की गंभीरता को देखते हुए लिया गया है। कोचिंग सेंटर में सेहत विभाग की गाइडलाइन के मुताबिक ही ट्रेनिंग करवानी होगी। गाइडलाइन को नजरअंदाज किए जाने पर जिला खेल अधिकारी सीधे तौर पर जिम्मेवार होगा। जिला खेल अधिकारी को यकीनी बनाना होगा कि फिजिकल ट्रेनिंग के दौरान खिलाड़ी वायरस की गिरफ्त में ना आए।
एक समय न बुलाए जाएं सभी खिलाड़ी
जिला खेल अधिकारी को भेजी गई हिदायतों में लिखा गया है कि सुबह व शाम को सेंटर में खिलाड़ियों की गिनती कोच को रखनी होगी। एक समय में सभी खिलाड़ियों को ना बुलाया जाए। खिलाड़ियों को एक-एक घंटे बाद का समय देकर खिलाड़ियों को ट्रेनिंग करवाई जाए। एथलेटिक्स के अलावा कोई कोच खिलाड़ी को टेक्निकल ट्रेनिंग नहीं दोगा।
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कोचों को हर अपडेट की जानकारी जिला खेल अधिकारी को देनी होगी
सुबह-शाम आने वाले खिलाड़ियों की अपडेट की जानकारी जिला खेल अधिकारी को देनी होगी। खिलाड़ी को किस प्रकार की ट्रेनिंग दी, उसकी जानकारी के साथ-साथ वायरस की गंभीरता के बारे में भी बताना होगा।
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खिलाड़ी को साथ में लानी होगी पानी की बोतल
शारीरिक फिटनेस ट्रेनिंग के दौरान खिलाड़ियों को स्वयं की पानी की बोतल साथ लानी होगी। टॉवल के साथ-साथ किसी के साथ हैंडशेक नहीं करना होगा। एक खिलाड़ी दूसरे की कोई भी चीज शेयर नहीं करनी होगी। खिलाड़ियों को ग्रुप बनाकर मैदान में एकत्रित नहीं होंगे। खिलाड़ी कोचों के पैर को नहीं छूएगा।
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सेहत विभाग की गाइडलाइन को माना जाएगा
जिला खेल अधिकारी गुरप्रीत सिंह ने कहा कि खिलाड़ियों को कोचिंग सेंटर में शारीरिक फिटनेस की ट्रेनिंग देने के साथ-साथ सेहत विभाग की गाइडलाइन को माना जाएगा। फिलहाल एथलेटिक्स को छोड़कर कोच खिलाड़ियों को टेक्निकल ट्रेनिंग नहीं देगा। सुबह-शाम आने वाले सभी खिलाड़ियों को एक समय नहीं बुलाया जाएगा।