वायरल बुखार के लक्षण कोरोना से मिलने से लोगों में दहशत, खतरनाक साबित हो सकती है लापरवाही
सरकारी व निजी अस्पतालों में आने वाले मरीजों में से 30 फीसद के करीब वायरल की दवा लेने पहुंच रहे हैं। एक जैसे लक्षण होने से डॉक्टर मरीजों को कोरोना जांच करवाने की सलाह देने लगे हैं।
जालंधर, जेएनएन। मौसम में बदलाव के चलते वायरल बुखार तेजी से पैर पसार रहा है। वायरल बुखार के लक्षण कोरोना के लक्षणों से मिलते जुलते होने से लोग दहशत में हैं। सरकारी व निजी अस्पतालों तथा क्लीनिकों में वायरल बुखार के मरीज बढऩे लगे हैं। मौसम में बदलाव के चलते वायरल बुखार लोगों के लिए सिरदर्द बन चुका है। तेज बुखार, गले में खराश और बदन टूटना तथा प्लेटलेट्स कम होने के कारण लोग तनाव में हैं। सरकारी व निजी अस्पतालों में आने वाले मरीजों में से 30 फीसद के करीब वायरल की दवा लेने पहुंच रहे हैं। एक जैसे लक्षण होने से डॉक्टर मरीजों को कोरोना जांच करवाने की सलाह देने लगे हैं।
ग्लोबल अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. धीरज भाटिया का कहना है कि वायरल और कोरोना के लक्षण तकरीबन एक जैसे होने से डॉक्टरों और मरीजों को परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। इस दौर में लापरवाही करना खतरनाक साबित हो सकता है। मरीजों को स्क्रीनिंग के लिए कोविड-19 टेस्ट भी करवाना चाहिए। वहीं, एनएचएस अस्पताल के डॉ. तरुण अग्रवाल का कहना है कि वायरल बुखार को लेकर लापरवाही बरतने वाले मरीज कोरोना की चपेट में आने लगे हैं। उनमें ऑक्सीजन की कमी होने लगी है। उन्होंने मरीजों को गर्म पानी में नमक डालकर गरारे करने व तरल पदार्थों का अधिक सेवन करने की सलाह दी हैं।
बता दें कि जिले में कोरोना वायरस देहात और शहरी आबादी के विभिन्न इलाकों में लोगों को अपना निशाना बना रहा है। सोमवार को जिले में कोरोना ने चार मरीजों को मौत का शिकार बनाया। वहीं, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, डीसी ऑफिस तथा होटल के मुलाजिम सहित 207 लोग पॉजिटिव पाए गए। इनमें से 21 मरीज बाहरी जिलों से हैं। उधर, 105 मरीजों को कोविड केयर सेंटरों से छुट्टी देकर घर में आइसोलेशन के लिए रवाना किया गया।