यात्रीगण ध्यान दें... Tejas train के Coach हैं Automatic, इसलिए आ रही ऐसी-ऐसी दिक्कतें
ट्रेनों को hightech बनाने के लिए इन दिनों शताब्दी के साथ तेजस के LHB coach जोड़े जा रहे हैं। यह Coach पूरी तरह से Automatic है।
अमृतसर [हरीश शर्मा]। ट्रेनों को hightech बनाने के लिए इन दिनों शताब्दी के साथ तेजस के LHB coach जोड़े जा रहे हैं। यह Coach पूरी तरह से Automatic है। स्टेशन आने पर अपने-आप ही इसके दरवाजे खुल जाते हैंं और बंद हो जाते हैंं, लेकिन यह Coach यात्रियों के लिए परेशानी का कारण भी बनते जा रहे हैंं, क्योंकि भारत की ट्रेनों में अक्सर भीड़ रहती है व यात्रियों के पास भारी-भरकम सामान होता है। इस कारण ट्रेन में चढ़ने व उतरने के दौरान युद्ध जैसी स्थिती बन जाती है।
ऐसे में जैसे ही डिब्बे के आगे से भीड़ खत्म होती है तो Automatic दरवाजे बंद हो जाते हैंं। इस कारण कभी किसी के बच्चे अंदर रह जाते हैंं तो कभी किसी का सामान छूट रहा है। इस कारण यात्री खासे परेशान हो रहे हैंं। हालांकि इन Coach को ट्रायल के तौर पर केवल वीरवार के दिन जोड़ा जा रहा है, ताकि पता चल सके कि क्या-क्या मुश्किलें आ रही है। इसके उसे इसको दूर करने का प्रयास किया जाएगा। शताब्दी में चढ़ते व उतरते समय रहें सावधानी, अपने आप खुलकर दो मिनट में ही बंद हो जाते हैं दरवाजे शताब्दी को लगने वाले तेजस के Coach, जिसके दरवाजे Automatic हैं।
बच्चे रह गए ट्रेन में, पिता बाहर
पिछले वीरवार को तेजस Coach लेकर अमृतसर से शताब्दी ट्रेन रवाना हुई थी। यहां से एक व्यक्ति अपने बच्चों के साथ सवार हुआ था। उसको दिल्ली जाना था। जालंधर ट्रेन पहुंची तो व्यक्ति फोन पर बात करता हुआ बाहर आ गया। इतनी देर में Coach के दरवाजे बंद हो गए और ट्रेन चल पड़ी। बच्चे ट्रेन के अंदर ही रह गए। व्यक्ति के चिल्लाने पर गार्ड ने देख लिया और उसे अपने डिब्बे में बैठा लिया, जो बाद में लुधियाना पहुंचकर अपने बच्चों से मिल पाया था।
तेजस देखने के चक्कर में निकली खुद की ट्रेन
इसी तरह जगदीश नामक यात्री अपने परिवार के साथ जालंधर स्टेशन पर बैठा था। उसे अहमदाबाद जाना था। नए Coach लगी शताब्दी ट्रेन जालंधर स्टेशन पर पहुंची तो वह व्यक्ति उसे देखने के लिए अंदर घुस गया। मगर थोड़ी ही देर में Coach बंद हो गए और आदमी अंदर ही रह गया। बाद में ब्यास पहुंचकर वह व्यक्ति ट्रेन से बाहर निकल पाया। इस कारण उसकी अहमदाबाद वाली ट्रेंन भी छूट गई।
उतरना था जालंधर, उतरना पड़ा ब्यास
पिछले वीरवार को भी एक युवक दिल्ली से इसी ट्रेन में आया था। जिसे जालंधर उतरना था। वह अपना सामान निकाल रहा था कि Coach के दरवाजे बंद हो गए और एक बैग अंदर ही रह गया। बाद में वह ट्रेन के साथ भागा और दरवाजा खुलवाकर अंदर घुसा। इसके बाद उस युवक को ब्यास स्टेशन पर आकर उतरना पड़ा।
एक्सपर्ट स्टाफ तैनात किया जा रहा
अमृतसर स्टेशन केे निदेशक अमृत सिंह का कहना है कि इस तरह की शिकायतें आ रही हैंं। इन्हें दूर करने की कोशिश की जा रही है। यात्रियों को भी जागरूक किया जा रहा है। एक्सपर्ट स्टाफ तैनात किया जा रहा है, ताकि मुश्किल होने पर दरवाजे फिर से खुलवाए जा सकेंं।
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