फेफड़ों के लिए लाभदायक है पश्चिमोत्तानासन : योगाचार्य कालरा
वेब योगा स्टूडियो के योगाचार्य जतिन कालरा ने बताया कि योगासन मनुष्य जीवन का आधार है।
जालंधर : वेब योगा स्टूडियो के योगाचार्य जतिन कालरा ने बताया कि योगासन मनुष्य जीवन का आधार है। योग से हर समस्या का समाधान किया जा सकता। यदि उन्हें समय पर और उचित प्रकार से किया जाए। ऐसे में पश्चिमोत्तानासन सेहत के लिए बहुत महत्व रखता है। यह फेफड़ों के लिए अमृत समान है। पश्चिम का अर्थ है हमारे शरीर के लिए पीठ वाला भाग और उत्थान का अर्थ हटाना है। इस आसन को करने से घुटने से लेकर सिर तक लाभ मिलता है। किडनी और लीवर को मजबूत बनाने में भी यह आसन कारगर है। इसके अतिरिक्त यह मोटापा, कमर दर्द जैसी अन्य बीमारियों को भी दूर करता है। योगासन के साथ-साथ संतुलित आहार लेना भी बहुत जरूरी है। इस आसन प्रक्रिया को शुरू करने के लिए पैर फैलाकर बैठें और पैरों की एड़ियां एवं पंजे मिलाएं। आपके पैर जमीन पर हों और पीठ बिल्कुल सीधी। ध्यान रखें कि किसी भी आसन को करते समय जोर जबरदस्ती या जल्दबाजी ना करें। सही ढंग से किए गए योगासन से और पौष्टिक आहार के जरिए हम किसी भी रोग से मुक्ति पा सकते हैं।
शरीर के लिए कार्बोहाइड्रेट भी है जरूरी : पारुल
सेहतमंद रहने के लिए शरीर को कार्बोहाइड्रेट की भी जरूरत होती है। आजकल लोग कार्बोहाइड्रेट युक्त खाने से दूरी बना रहे हैं, जोकि नुकसानदेह साबित हो सकता है। मनुष्य को सेहतमंद और निरोग रहने के लिए अपने खाने में कार्बोहाइड्रेट भी शामिल करना चाहिए। बहुत ज्यादा तली चीजें न खाएं, लेकिन कुछ मात्रा में तो शरीर को कार्बोहाइड्रेट की भी जरुरत पड़ती है। इसलिए रोटी, ब्रेड व अन्य कार्बोहाइड्रेट भरपूर खाना भी जरूर खाना चाहिए। आपके खाने में बैलेंस होना बहुत जरूरी है। अगर उबला हुआ खाना खा रहे हो तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप लगातार वही खाते रहो। खाने में तेल और घी भी थोड़ी थोड़ी मात्रा होना चाहिए। किसी भी एक चीज के पीछे नहीं पड़ना चाहिए। हमारे शरीर को हर संतुलित आहार की जरूरत है।
- पारुल तलवार डाइटीशियन, प्रीमियर गैस्ट्रोएंटरोलॉजी इंस्टीट्यूट