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यहां ए-1 कैटेगिरी के नाम पर वसूली जा रही पार्किंग फीस, सुविधाएं न के बराबर

सुपरफास्ट से अगर कोई व्यक्ति कारोबार के सिलसिले में कार पार्किंग में खड़ी करके 24 घंटे के लिए लुधियाना जाना चाहे तो उसे ट्रेन का किराया इतना नहीं देना पड़ेगा, जितनी पार्किंग फीस।

By Edited By: Published: Tue, 27 Nov 2018 08:13 AM (IST)Updated: Tue, 27 Nov 2018 09:49 AM (IST)
यहां ए-1 कैटेगिरी के नाम पर वसूली जा रही पार्किंग फीस, सुविधाएं न के बराबर
यहां ए-1 कैटेगिरी के नाम पर वसूली जा रही पार्किंग फीस, सुविधाएं न के बराबर

[जालंधर, सत्येन ओझा] सुपरफास्ट से लुधियाना तक का सफर इतना महंगी नहीं है, जितना महंगा रेलवे स्टेशन पर एक दिन के लिए कार को पार्क करना है। हालांकि जालंधर रेलवे स्टेशन पंजाब व जम्मू-कश्मीर के उन चार स्टेशनों में शामिल है, जिन्हें ए-1 कैटेगरी में रखा गया है। पिछले 5 साल में यहां यात्रियों को ए-1 कैटेगरी की सुविधाएं तो नहीं मिलीं, लेकिन ए-1 कैटेगरी के अनुसार पार्किंग फीस जरूर वसूली जा रही थी। पार्किग फीस बहुत ज्यादा होने के कारण अब कार पार्किंग का ठेका लेने को कोई भी तैयार नहीं है। ठेका न होने के कारण कार पार्किंग सुरक्षा बलों के लिए हाई अलर्ट में चुनौती बन गई है। अब कभी भी कोई भी व्यक्ति अपनी कार खड़ी कर चला जाता है। ठेका न होने के कारण कोई जांच करने वाला भी नहीं है।

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सालाना 60 करोड़ का बिजनेस

यात्रियों को सुविधाएं शून्य फिरोजपुर रेलवे मंडल में अमृतसर, जालंधर, जम्मू-तवी व लुधियाना को ही ए-1 कैटेगरी मिली है। ये कैटेगरी उन्हीं रेलवे स्टेशनों को मिलती है, जिनका सालाना बिजनेस 50 करोड़ से ज्यादा हो। जालंधर रेलवे स्टेशन हर साल औसतन 60 करोड़ से ज्यादा का बिजनेस देता है। इस नाते रेलवे ने इसे ए-1 कैटेगरी का दर्जा तो दे दिया, लेकिन कैटेगरी के अनुसार यात्रियों सुविधाएं देना भूल गया।

ए-1 कैटेगरी में यात्रियों को मिलनी चाहिए ये सुविधाएं

फूड प्लाजा, एक्सक्लेटर, शेड, प्रत्येक प्लेटफॉर्म पर 125 की सिटिंग कैपेसिटी, हर प्लेटफार्म पर कम के कम 12 यूरिनल का टॉयलेट, 12 टूटी वाली पानी की टंकियां। कार पार्किंग फीस एक से चार घंटे 35-40 रुपये 4 से 24 घंटे 118 रुपये 24 घंटे से अधिक 236 रुपये (प्रति दिन) जालंधर सिटी रेलवे स्टेशन पर हालात प्रवेश करते ही टिकट विंडो के ठीक सामने टॉयलेट है। इसमें प्रवेश करते ही दुर्गध का सामना होता है। बाहर गैर कानूनी ढंग से पैसे वसूलने वाला बैठा रहता है, जबकि ये व्यवस्था निशुल्क है। एक्सक्लेटर व फूड प्लाजा की सुविधा तो दूर प्लेटफार्म 1 के एक बड़े हिस्से पर शेड तक नहीं है। सिटिंग कैपेसिटी भी बहुत कम है। व्हीलचेयर की सुविधा है, लेकिन दिव्यांगो को व्हीलचेयर ही नहीं मिलती। वे एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म तक मुश्किल से सीढि़यां चढ़कर जाते हैं। लुधियाना के सफर का किराया सुपरफाइस में जनरल डिब्बे में 50 रुपये। रिजर्वेशन करवाकर 170 रुपये। स्थिति साफ है कि अगर कोई व्यक्ति एक दिन के लिए सुपरफास्ट ट्रेन से लुधियाना किसी कारोबार के लिए जाए और अगले दिन वापस लौटे, तो सुपरफास्ट ट्रेन में उतना किराया नहीं लगेगा, जितना कार पार्किंग के लिए फीस देनी पड़ेगी।

योजनाओं पर मंडल ऑफिस से होना है काम

बहल स्टेशन अधीक्षक आरके बहल ने सिटी रेलवे स्टेशन ए-1 कैटगरी में होने की पुष्टि करते हुए बताया कि कार पार्किंग ठेका उठाने की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ठेका उठा दिया जाएगा। जहां तक दूसरी योजनाओं पर काम होने की बात है तो इस पर मंडल ऑफिस से काम होना है।


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