जालंधर में स्कूल खुलने पर बोले अभिभावक- सारा दिन बच्चों की फिक्र सताती रहेगी, आनलाइन क्लास ही जारी रखेंगे
शिक्षा मंत्री की तरफ से स्कूलों को खोलने के लिए सुनाया गया फैसला स्कूल प्रबंधकों व अभिभावकों के गले से नहीं उतर रहा। जालंधर में अभिभावकों ने कहा कि स्कूल खोलने ले पहले सूचित करना चाहिए था। अचानक स्कूल खोलने के आदेश पर बच्चों को स्कूल नहीं भेजा जा सकता।
जालंधर, जेएनएन। शिक्षा मंत्री की तरफ से स्कूलों को खोलने के लिए सुनाया गया फैसला स्कूल प्रबंधकों व अभिभावकों के गले से नहीं उतर रहा। बिना समय दिए और बिना उचित गाइडलाइंस के इस फैसले पर दोनों ने एतराज जताया है। स्कूल खुलने के बारे में बच्चों के अभिभावकों से बातचीत की गई। जालंधर में अभिभावक व प्रधान पेरेंट्स एसोसिएशन के मोटू सिंह ने कहा कि स्कूल खुलने से चंद घंटे पहले अनाउंसमेंट करना उचित नहीं हैं। अगर स्कूल खोलने ही हैं तो पहले सूचित करें। पेरेंट्स खुद स्कूल के प्रबंध भी देखेंगे। अभी कोरोना खत्म तो नहीं हुआ, बच्चे को स्कूल भेज दिया तो सारा दिन डर रहेगा कि उसने मास्क पहने रखा होगा या नहीं। बार-बार हाथों को सैनिटाइज किया होगा या नहीं। बच्चों की सेहत ज्यादा जरूरी है अभी तो नहीं आने वाले दिनों में हालात देख कर ही भेजेंगे बच्चे।
पहले स्कूल जाकर हालात देखेंगे
अचानक से स्कूल खोलने के आदेश पर बच्चों को स्कूल नहीं भेजा जा सकता। बच्चों की जान ज्यादा प्यारी है। अभी तो वे आनलाइन क्लास ही जारी रखेंगे। कुछ समय स्कूल खुल जाएंगे तो उसके बाद हालात देख कर ही भेजेंगे और फिलहाल शुरूआति दिनों में तो खुद ही उन्हें स्कूल छोड़कर और लेकर आएंगे।
-निशा शर्मा, अभिभावक।
सरकार का आदेश तो आ गया पर गाइडलाइंस का इंतजार
सरकार का स्कूल खोलने को लेकर आदेश आ गया है लेकिन अभी तक उचित गाइडलाइंस (एसओपी) का इंतजार है। नौवीं से 12वीं की कक्षा के स्कूल खोलने के लिए भी आदेश बाद में आए थे। अब कल से अभिभावकों की कसेंट लेने के लिए भी भेजा जाएगा। उसके बाद सीटिंग अरेंजमेंट भी स्कूलों में करवा दिए जाएंगे। सरकार की गाइडलाइंस का पालन होगा।
-हरिंदरपाल सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी सेकेंडरी, जालंधर।