भीड़ के हाथों मारा गया बच्ची से दुष्कर्म करने का आरोपित स्मार्टफोन पर देखता था अश्लील फिल्में
नौ वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म करने के बाद गुस्साई भीड़ की मारपीट से मौत का शिकार हुआ आरोपित अश्लील फिल्मों को देखने का आदी था।
जागरण संवाददाता. जालंधर। नौ वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म करने के बाद गुस्साई भीड़ की मारपीट में मारा गया आरोपित अश्लील फिल्मों को देखने का आदी था। मजदूरी कर साढ़े तीन सौ रुपये प्रति दिन के हिसाब से कमाने वाले आरोपित ने अपनी जिंदगी का पहला स्मार्टफोन खरीदा था। मोबाइल खरीदने के बाद उसने एक जीबी इंटरनेट प्रति दिन की वैधता वाला पैक डलवाया हुआ था और वह इंटरनेट पर अश्लील फिल्में देखता था। पुलिस चौकी दकोहा में मजदूरों के लिए रहने के लिए बनाए गए 11 कमरों वाली उक्त चाल में एक कमरे में आरोपित पप्पू कुमार भी रहता था।
वहीं रहने वाले नरेश ने बताया कि पप्पू लोगों से कम ही बोलता था। अपने काम से काम रखता था। वह किसी के मसले में कभी नहीं बोला। एक बार जब उसने अपनी पत्नी से फोन पर बात करते हुए जोर-जोर से गालियां निकाली तो इसकी शिकायत वहां रहते लोगों ने चाल के मालिक से की तो उसने उसे डांटा। इसके बाद कभी उसने ऐसा नहीं किया। नरेश ने बताया कि वह करीब पांच माह से वह उसे जानता था। वह उसका दोस्त नहीं था, लेकिन कभी-कभी दोनों में बात होती थी।
एक महीने पहले ही खरीदा था स्मार्टफोन
पप्पू ने एक माह पहले ही स्मार्टफोन खरीदा था। पप्पू ने उसे बताया था कि यह टच स्क्रीन फोन उसने जिंदगी में पहली बार खरीदा है। नरेश ने बताया कि पप्पू ने मोबाइल पर कभी इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं किया था लेकिन पिछले एक माह से वह नए फोन पर रोज अश्लील फिल्में देखता था। इस के लिए उसने एक जीबी प्रति दिन इंटरनेट वैधता वाला पैक भी डलवाया था। वह पहले से ही शराब पीने का आदी था और अब नशे में अश्लील फिल्में देखने की भी लत लगा चुका था। उसके अनुसार घटना वाले दिन भी उसने शराब पी रखी थी और वह काम पर भी नहीं गया था। इसी बीच उसने बच्ची को घर में अकेली देख उक्त घटना को अंजाम दे दिया।
बच्ची की हालत अब स्थिर
रविवार को हुई घटना के बाद पुलिस ने तुरंत बच्ची को सिविल अस्पताल में दाखिल कराया। बच्ची का मेडिकल करने के लिए डॉ. सतविंदर कौर, डॉ. अभिषेक सच्चर और डॉ. संजीव कुमार की टीम गठित की गई थी। अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक बच्ची से दुष्कर्म होने की पुष्टि हुई है और टीम ने स्वैब लेकर लैब टेस्टिंग के लिए भेज दिया है। फिलहाल बच्ची की हालत ठीक है और भविष्य में उसे उक्त घटना से किसी तरह की शारीरिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
दूसरे दिन भी पुलिस में जांच में जुटी रही
थाना रामामंडी के एसएचओ इंस्पेक्टर सुखजीत सिंह और सब इंस्पेक्टर माध्वी कल्याण अपनी टीम के साथ सोमवार दोपहर को घटना स्थल पहुंचे। पुलिस ने आरोपित पप्पू के कमरे की छानबीन की। पुलिस ने आरोपित और बच्ची के कमरे की फोटोग्राफी की और भीड़ ने जिन लकड़ी के डंडों से आरोपित को पीटा था उन्हें कब्जे में लिया।
पुलिस को परिजनों का इंतजार
एसएचओ सुखजीत ने बताया कि आरोपित पप्पू कुमार के बिहार के जिला पूर्णिया में रहते परिजनों को मामले की सूचना दे दी गई है। तीन से चार दिन में परिजनों के जालंधर पहुंचने के बाद उनके बयान दर्ज कर मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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