एनआईटी में नई फैकल्टी के लिए ओरिएंटेशन प्रोग्राम
डॉ. बीआर अंबेडकर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में एनआईटी व सरकारी महिला इंजीनिय¨रग कॉलेज अजमेर की नई फैकल्टी के लिए दो दिवसीय ओरिएंटेशन वर्कशाप करवाई जा रही है। इसका मकसद टी¨चग में सुधार लाते हुए नई फैकल्टी को ट्रे¨नग देना है।
जागरण संवाददाता. जालंधर
डॉ. बीआर अंबेडकर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में एनआईटी व सरकारी महिला इंजीनिय¨रग कॉलेज अजमेर की नई फैकल्टी के लिए दो दिवसीय ओरिएंटेशन वर्कशाप करवाई जा रही है। इसका मकसद टी¨चग में सुधार लाते हुए नई फैकल्टी को ट्रे¨नग देना है। ऑल इंडिया कौंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन के पूर्व चेयरमैन व आईआईटी मद्रास के पूर्व डायरेक्टर डॉ. आर नटराजन ने वर्कशाप की शुरुआत की। उन्होंने देश में एनआईटी बनने के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि अच्छी शिक्षा से क्या परिणाम हो सकते हैं। नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रीडिएशन द्वारा शिक्षण संस्थानों को गुणवत्ता के आधार पर रैंक दिया जाता है। एनआईटी सिक्किम के डायरेक्टर डॉ. महेश चंद्र गोविल ने कहा कि जो स्टूडेंटस एनबीए से एक्रीडिएशन प्राप्त कर चुके संस्थानों में पढ़ते हैं , वे आश्वस्त रहें कि वे एक ऐसी संस्था में पढ़ाई कर रहे हैं जहां उन्हें हाई अकेडमिक क्वालिटी व प्रोफेशनल रिलेवेंस मिलेगी। यहां कोऑर्डीनेटर डॉ. एपी ¨सह, डॉ. एसपी ¨सह, डॉ. एसके ¨सहा, डॉ. रमन बेदी, डॉ. रोहित मेहरा डॉ. अनीश सचदेवा, डॉ. अजय बांसल, डॉ. ए मुखोपाध्याय, डॉ. एस वाजपेयी, डॉ. गीता सिक्का, डॉ. बीएस सैनी मौजूद रहे।
एनआईटी में शरू होंगी मेजर व माइनर डिग्री
एनआईटी जालंधर के डायरेक्टर डॉ. ललित कुमार अवस्थी ने बताया कि इस तरह के प्रोग्रम बहुत जरूरी हैं , ताकि नई फैकल्टी को सही दिशा मिल सके। टेक्निकल एजुकेशन में इस समय क्वालिटी की बहुत जरूरत है। एक अच्छा टीचर वही है जो पूरी लग्न से स्टूडेंटस को पढ़ाए। जल्द ही एनआईटी में मेजर डिग्री कोर्स व माइनर डिग्री कोर्स शुरू किए जाएंगे। इसमें जो स्टूडेंटस जल्दी सीखते हैं, उन्हें ऑप्शन दिया जाएगा कि वे अपनी डिग्री कंप्लीट करके ऑप्शनल विषयों में किसी भी सब्जेक्ट का चुनाव कर सकते हैं।