टॉप 10 होटल-ढाबों के नाम पर हो रही फेसबुक पर फ्री ऑफर से ठगी
हवेली के नाम पर करीब 15 केस उनके सामने आ चुके हैं जिनके खाते से नौ हजार से लेकर 50 हजार तक पैसे ठगे जा चुके हैं।
जालंधर, मनीष शर्मा। जीटी रोड स्थित मशहूर हवेली रेस्टोरेंट अकेली ऐसी जगह नहीं, जिसकी फ्री थाली की आड़ में ऑनलाइन ठगी की जा रही है। देश के ऐसे टॉप 10 रेस्टोरेंट व ढाबे हैं, जिनके नाम से फेसबुक पर ठगी का धंधा चल रहा है। इसमें मुरथल स्थित मशहूर ढाबे के साथ कई फूड चेन वाले नाम भी शामिल हैं। इसका पता तब चला, जब हवेली प्रबंधन ने उनके नाम पर हो रही ठगी की पड़ताल शुरू की।
हवेली के सीईओ डीके उमेश ने कहा कि जब उन्होंने पता करना चाहा कि ऐसा किसी और के साथ भी हो रहा है तो हमें पता चला कि इन ठगों ने देश के ऐसे चर्चित रेस्टोरेंट व ढाबों के नाम पर फेसबुक पर पेज बना रखे हैं। जहां अलग-अलग फ्री स्कीमों का लालच देकर लोगों से पैसे हड़पे जा रहे हैं। हवेली के नाम पर करीब 15 केस उनके सामने आ चुके हैं, जिनके खाते से नौ हजार से लेकर 50 हजार तक पैसे ठगे जा चुके हैं। इस बारे में उन्होंने एसएसपी को शिकायत दे दी है।
डाकिये को 25 हजार में पड़ा फ्री थाली का ऑफर
शहर में लांबड़ा के नजदीक एक डाकिए ने भी यह विज्ञापन फेसबुक पर देखा। डाकिए ने फोन पर एक थाली का ऑर्डर दिया। ठग ने दस रुपये देने को कहा तो डाकिये ने कहा कि वो 200 रुपये की पेमेंट दे ही रहा है तो पहले पैसे क्यों?। इसके बाद उन्होंने ऑर्डर बुक कर लिया, लेकिन भेजा नहीं। शाम को डाकिये को फोन किया कि ऑर्डर रेडी है, वो दस रुपये बुकिंग चार्जेस जमा कर दें। इसके बाद डाकिए को लिंक भेजा। उसके बाद डेबिट कार्ड का नंबर भरवाया। नंबर भराने के बाद ओटीपी आया तो वो भी ले लिया और दस हजार रुपये खाते से निकाल लिए।
डाकिए ने कहा कि उसके दस हजार रुपये निकल गए तो ठग ने कहा कि वो लौटा देते हैं, एक ओटीपी आएगा, वो दे देना। ठग ने फिर ओटीपी लेकर 10 हजार उड़ा दिए। जब डाकिए ने विरोध जताया तो उसने फिर ओटीपी मांगा और पांच हजार और निकाल लिए। ठगी का पता चलने पर डाकिए ने थाने जाकर शिकायत की। फिर वो बैंक गया तो ठग तब भी फोन करता रहा कि वो सारे पैसे वापस कर देगा, ओटीपी दे दे। यहां तक कि बैंक के मैनेजर ने भी फोन पर ठग की क्लास लगाई लेकिन वो अब भी डाकिए को फोन कर रहा है।
ऐसे चल रहा ठगी का खेल
पुलिस की आरंभिक जांच में पता चला कि इन ठगों ने पहले देश के बड़े रेस्टोरेंट व ढाबों की सूची बनाई और फिर उनके नाम से फेसबुक पेज बनाया। इसके बाद फेसबुक के जरिए पेड विज्ञापन दे रहे हैं, जिसमें उन्होंने उक्त होटल या रेस्टोरेंट वाले शहर व उसके आसपास के इलाके को चुना है ताकि वो एड फेसबुक पर सर्फिंग करते वक्त वहां के लोगों को नजर आए। चूंकि यह जाने-माने नाम हैं, इसलिए स्वाभाविक है कि ऑफर देखकर लोग उनके झांसे में फंस सकते हैं। एक बार फोन आने के बाद लिंक भेजकर ठग उनके एटीएम कार्ड, सीवीवी कोड की डिटेल्स देख लेते हैं और फिर ओटीपी मांगकर पैसा निकाल लेते हैं।