पीपीडीएपी को हड़ताल न करने को मनाते रहे तेल कंपनियों के अधिकारी
पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन पंजाब (पीपीडीएपी) 29 जुलाई को की जाने वाली हड़ताल को लेकर अडिग है और इंडियन आयल समेत हिदुस्तान पेट्रोलियम एवं भारत पेट्रोलियम के पंप संचालक भी इस हड़ताल में एकजुट हैं। सोमवार को चंडीगढ़ में इंडस्ट्री स्टेट हेड सुजॉय चौधरी के साथ हुई बैठक के दौरान तीनों ऑयल कंपनियों के अधिकारी पीपीडीएपी को हड़ताल न करने के लिए मनाते रहे लेकिन पीपीडीएपी की तरफ से साफ कर दिया गया कि मोहाली के जीएस चावला की आत्महत्या और ऊंची वैट दरों एवं तेल कंपनियों की नीतियों की वजह से व्यवसाय को हो रहे नुकसान के लिए हड़ताल करना अब जरूरी हो गया है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन, पंजाब (पीपीडीएपी) 29 जुलाई को की जाने वाली हड़ताल को लेकर अडिग है। इंडियन आयल, हिदुस्तान पेट्रोलियम एवं भारत पेट्रोलियम के पंप संचालक भी इस हड़ताल के लिए एकजुट हैं। सोमवार को चंडीगढ़ में इंडस्ट्री स्टेट हेड सुजॉय चौधरी के साथ हुई बैठक में तीनों ऑयल कंपनियों के अधिकारी पीपीडीएपी को हड़ताल न करने के लिए मनाते रहे, लेकिन पीपीडीएपी की तरफ से साफ कर दिया गया कि मोहाली के जीएस चावला की आत्महत्या, ऊंची वैट दरों एवं तेल कंपनियों की नीतियों की वजह से व्यवसाय को हो रहे नुकसान के लिए हड़ताल करना जरूरी हो गया है।
इंडस्ट्री स्टेट हेड के साथ हुई बैठक संबंधी पीपीडीएपी के अध्यक्ष परमजीत सिंह दोआबा एवं प्रवक्ता मोंटी गुरमीत सहगल ने बताया कि बैठक के दौरान तेल कंपनियों के अधिकारियों को बताया गया कि वैट की दरों को एक समान ना किए जाने से पंजाब के पेट्रोल पंप संचालकों को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। इसके जवाब में इंडस्ट्री स्टेट हेड ने कहा कि पंजाब सरकार को भी अब वैट दरों की असमानता के बारे में लिखा जा रहा है। परमजीत सिंह दोआबा ने कहा कि पीपीडीएपी की तरफ से पंजाब के मुख्य सचिव कार्यालय को व्यवसाय को पेश आ रही दिक्कतों एवं समस्याओं के बारे में लिखा गया था। इसके बाद तेल कंपनियों से जवाब मांगा गया और तेल कंपनियों को सरकार को भी असलियत बताने पर मजबूर होना पड़ा है। इस बैठक के दौरान तेल कंपनियों से पेट्रोल पंप डीलर्स का कमीशन बढ़ाए जाने की लंबित मांग को फिर से दोहराया गया। इस दौरान स्व. जीएस चावला की स्मृति में दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।