जेपी नगर में कामर्शियल एक्टिविटी पर एतराज, दुकानें, अस्पताल और रेस्टोरेंट सील करने की मांग
पूर्व पार्षद एवं इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व ट्रस्टी एडवोकेट बृजेश चोपड़ा ने निगम को पत्र लिखकर जेपी नगर में कामर्शियल एक्टिविटी पर एतजारा जताया है।
जागरण संवाददाता, जालंधर
पूर्व पार्षद एवं इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व ट्रस्टी एडवोकेट बृजेश चोपड़ा ने नगर निगम के सीनियर टाउन प्लानर को लेटर लिखकर मांग की है कि ट्रस्ट की जेपी नगर रिहायशी कालोनी में बिना मंजूरी चल रही कामर्शियल एक्टिविटी को तुरंत बंद करवाया जाए। लेटर में उन्होंने कहा कि जेपी नगर में दुकानें, रेस्टोरेंट और अस्पतालों को तुरंत सील किया जाए।
जेपी नगर कालोनी पूरी तरह से रिहायशी है और मेन रोड और आसपास के इलाकों में जो भी कामर्शियल एक्टिविटी हो रही है, वह मान्य नहीं है। उन्होंने कहा कि नगर निगम तब तक यहां पर सड़क का निर्माण भी न करे, जब तक अवैध निर्माण व कब्जे नहीं हट जाते। सिर्फ कामर्शियल एक्टिविटी ही नहीं बल्कि लोगों ने घरों के आगे ग्रीन बेल्ट विकसित करके भी कब्जे कर रखें हैं। इस कारण से सड़कों की चौड़ाई कम हो गई है। उन्होंने पहले भी सात जनवरी 2021 को एक पत्र लिखा था। जिसके जवाब में नगर निगम ने माना था कि यहां पर कब्जे हैं और अवैध निर्माण भी हुआ है, लेकिन हैरानीजनक है कि निगम ने इस पर कोई एक्शन नहीं लिया। उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने यह स्पष्ट आदेश दे रखे हैं कि किसी भी पब्लिक लैंड पर कब्जा नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि नगर निगम के पास बड़ी गिनती में फील्ड स्टाफ है और ऐसे में अवैध कब्जाधारियों और अवैध निर्माण पर कार्रवाई करने में कोई रुकावट नहीं आनी चाहिए। ट्रस्ट के तय इलाके में ही हो कामर्शियल एक्टिविटी
एडवोकेट ब्रजेश चोपड़ा ने कहा कि इंप्रूवमेंट ट्रस्ट ने कामर्शियल एक्टिविटी के लिए जो इलाके तय किए हैं, वहीं पर दुकानें होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नगर निगम इसे भी सुनिश्चित करे। जेपी नगर में कामर्शियल एक्टिविटी के लिए इंप्रूवमेंट ट्रस्ट ने मार्केट तैयार की थी, लेकिन आतंकवाद के दौर में यहां पर थाना खोल दिया गया था। पहले थाना डिवीजन नंबर पांच और उसके बाद बस्ती बावा खेल थाना चलता रहा। अब यह इमारत कब्जा मुक्त हो गई है।