तरनतारन में दिखा पटियाला से भी खतरनाक मंजर, थाना प्रभारियों की कलाई व अंगुली काट 2.5 KM भागे निहंग
तरनतारन के सिंहपुरा में निहंगों ने दो थाना प्रभारियों पर हमला कर दिया। आरोपित पुलिस अफसरों की कलाई व अंगुलियां काटने के बाद ढाई किलोमीटर तक भागे। पुलिस ने उनका पीछा किया और उन्हें वहीं ढेर कर दिया।
तरनतारन [धर्मबीर सिंह मल्हार]। तरनतारन के सिंहपुरा में पटियाला से भी खतरनाक मंजर देखने को मिला।थाना खेमकरण के प्रभारी सब इंस्पेक्टर नरिंदर सिंह और थाना वल्टोहा के प्रभारी इंस्पेक्टर बलविंदर सिंह पर हमला कर कलाई व अंगुलियां काटने के बाद निहंग मेहताब सिंह व गुरदेव सिंह करीब ढाई किलोमीटर तक भागे। इनके पीछे थाना भिखीविंड के प्रभारी इंस्पेक्टर सरबजीत सिंह मल्ली दौड़ रहे थे तो सामने से पुलिस की गाड़ी आ रही थी। निहंगों ने जब गाड़ी में सवार डीएसपी राजबीर सिंह पर हमला किया तो दोनों को मौके पर ही ढेर कर दिया गया। मेहताब के सिर और गुरदेव के सीने में लगी गोलियां आर-पार हो गईं।
सुरसिंह स्थित डेरे में रहने वाले निहंग बलविंदर सिंह व राज सिंह ने बताया कि वह भी नांदेड़ साहिब स्थित बाबा हरलादा सिंह, बाबा प्रहलादा सिंह डेरे में रहकर बाबा संतोख सिंह की सेवा करते थे। निहंग मेहताब सिंह व गुरदेव सिंह ने डेरे पर कब्जा करने की नीयत से 11 मार्च की सुबह अपने साथी संतोख सिंह की खंडे से हत्या कर दी। मेहताब व गुरदेव आपराधिक प्रवृत्ति के थे। लोगों ने बाबा संतोख सिंह को कई शिकायतें दी थीं कि मेहताब व गुरदेव लोगों से पैसे लूटते हैं। इस पर दोनों को डेरे से जाने के लिए कहा था। इसके बाद दोनों ने उनकी हत्या कर दी। निहंग बलविंदर ने आरोप लगाया कि उस पर भी दोनों ने जानलेवा हमला किया था।
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तीन डाक्टरों का पैनल करेगा पोस्टमार्टम, वीडियोग्राफी भी होगी
निहंग मेहताब व गुरदेव के शवों का आज सोमवार को पट्टी के सिविल अस्पताल में तीन सदस्यीय डाक्टरों का पैनल पोस्टमार्टम करेगा। इस दौरान वीडियोग्राफी भी करवाई जाएगी।
सुरसिंह स्थित डेरे में शनिवार रात ली थी शरण
मेहताब व गुरदेव ने शनिवार रात सुरसिंह स्थित डेरे में शरण ली थी। डीआइजी हरदयाल सिंह मान, एसएसपी ध्रुमन एच निंबाले, एसपी मेहताब सिंह, डीएसपी कमलजीत सिंह औलख व थाना सिटी के प्रभारी इंस्पेक्टर गुरचरण सिंह ने रविवार को सुरसिंह स्थित डेरे के प्रबंधकों से भी पूछताछ की। इसके बाद बलविंदर व राज सिंह से शवों की शिनाख्त करवाई।
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सरकार ने मजिस्ट्रेट जांच के दिए आदेश
डिप्टी कमिश्नर कुलवंत सिंह ने बताया कि एनकाउंटर मामले में सरकार ने मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। पट्टी के एसडीएम राजेश शर्मा की अगुआई में जांच शुरू हो गई है।
दोनों के खिलाफ दर्ज हुई एफआइआर
सब डिवीजन भिखीविंड के डीएसपी राजबीर सिंह ने बताया कि थाना प्रभारियों पर हमला करने के मामले में मेहताब व गुरदेव के खिलाफ थाना भिखीविंड में एफआइआर दर्ज कर ली गई है।
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सब इंस्पेक्टर नरिंदर का अधिक बहा रक्त
अमृतसर के अमनदीप अस्पताल में उपचाराधीन इंस्पेक्टर बलविंदर सिंह की हालत खतरे से बाहर है। सब इंस्पेक्टर नरिंदर सिंह का काफी खून बहने पर उन्हें खून चढ़ाया गया।
ऊंचे कद के कारण बचे इंस्पेक्टर सरबजीत
थाना भिखीविंड के प्रभारी इंस्पेक्टर सरबजीत सिंह ने बताया कि दोनों थाना प्रभारियों को घायल करने के बाद आरोपितों ने उन पर भी खंडे व तलवार से हमला किया। ऊंचा कद होने के कारण वह हमले में बाल-बाल बच गए।
डेरे की कारगुजारी पर उठे सवाल
बाबा संतोख सिंह की हत्या कर सुरसिंह के डेरे में आरोपितों को पनाह कैसे मिली, इसकी भी जांच की जा रही है। उधर दोनों आरोपितों के एनकाउंटर की सूचना महाराष्ट्र पुलिस को रविवार देर शाम दे दी गई। इसके पश्चात महाराष्ट्र पुलिस की एक टीम पंजाब रवाना हो गई है।
डीजीपी ने कहा, बहादुर हैं दोनों अधिकारी
डीजीपी दिनकर गुप्ता ने सभी जिलों के एसएसपी से रिपोर्ट मांगी है कि दोनों आरोपितों ने सूबे में कोई अन्य वारदात को नहीं की थी। डीजीपी ने कहा कि इंस्पेक्टर बलविंदर सिंह व सब इंस्पेक्टर नरिंदर सिंह बहादुर अधिकारी हैं। दोनों के इलाज का सारा खर्च विभाग उठाएगा।
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