ग्राउंड रिपोर्ट मियांवाला पोस्ट : जवानों को नहीं ठंड की परवाह, नाइट विजन कैमरों से रखी जाती है दुश्मन की हर हरकत पर नजर
मीयांवाला पोस्ट पर तैनात बीएसएफ के जवान दुश्मन मुल्क की हर हरकत पर नजर रख रहे हैं। पौष महीने की बर्फीली रातों में बीएसएफ की 101 बटालियन के जवान खेमकरण सेक्टर की मीयांवाला पोस्ट पर ही नहीं बल्कि केके बैरियर पर भी इसी तरह मुस्तैद नजर आए।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन। समय : रात के 12.40 मिनट। स्थान : मीयांवाला पोस्ट। यहां पर तैनात बीएसएफ के जवानों के हाथ में आधुनिक हथियार और दुश्मन पर नजर रखने के लिए नाइट विजन कैमरे की दूर तक मार, ऊपर से घने कोहरे को चीरती हुई लाइट की रोशनी, ताल से ताल मिलाकर पैट्रोलिंग करते हुए जवान एक-दूसरे की आंख में आंख डालकर दुश्मन मुल्क की हर हरकत पर नजर रख रहे थे। पौष महीने की बर्फीली रातों में बीएसएफ की 101 बटालियन के जवान खेमकरण सेक्टर की मीयांवाला पोस्ट पर ही नहीं बल्कि केके बैरियर पर भी इसी तरह मुस्तैद नजर आए। पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान पड़ोसी पाकिस्तान किसी प्रकार की गड़बड़ी न करे, इसके लिए गृह विभाग की ओर से दिए गए आदेश के तहत अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चौकसी बढ़ाई गई है। पाकिस्तान से आए दिन गोला बारूद, हथियार, नशीले पदार्थ पंजाब भेजे जा रहे हैं ताकि राज्य की शांति भंग की जा सके।
पाकिस्तान की तरफ से होने वाली हर हरकत पर नजर रखते हुए बीएसएफ के जवान। (दविंदर सहोता)
सीमाओं की सुरक्षा के लिए तैनात बीएसएफ के जवान देश के प्रति अपने फर्ज को निभाते हुए कड़ाके की ठंड और बर्फीली हवाओं के झोकों के बावजूद देश की सुरक्षा के लिए बुलंद हौसले के साथ ड्यूटी दे रहे हैं। यह वही क्षेत्र है जहां पर तीन माह के दौरान आठ से दस बार पाक से ड्रोन भेजे गए थे। खेमकरण सेक्टर में आते कई गांवों के तस्करों का नेटवर्क तोड़ने के लिए पुलिस भी अपने स्तर पर काम कर रही है। वहीं बीएसएफ की भूमिका काफी अहम मानी जा रही है।
बारिश से बचाव के लिए होते हैं पुख्ता प्रबंध
अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात बीएसएफ के जवानों के पास जहां दुश्मनों का मुकाबला करने के लिए आधुनिक हथियार, वाकी-टाकी, नाइट विजन कैमरे होते हैं। वहीं बारिश से बचाव के लिए भी उनके पास पूरे प्रबंध होते हैं। ऐसा नहीं है कि वे बारिश के मौसम में वहां से हट जाते हैं। उनके पास रेन कोट, गर्म पानी वाली थर्मस, टार्च आदि होती है। वे पूरी तरह वहां पर अपनी जिम्मेदारी निभाते हैं।
हिंदुस्तान जिंदाबाद के गूंजते हैं नारे
सीमा पर बीएसएफ के जवानों की ड्यूटी रात को जब बदलती है तो हौसला बढ़ाने के लिए भारत माता की जय, हंिदूुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाकर नई टीम को ड्यूटी के लिए आमंत्रित किया जाता है। जवानों के पास ड्यूटी के समय ऐसा मोबाइल नहीं होता जिसके माध्यम से वह चैट वगैरह कर सके।
अदरक और लहसुन का मिलता है अचार
इन जवानों को भोजन में काले चने की सब्जी, मौसमी सब्जी, चावल, चपाती के अलावा प्याज, मूली तो खाने के लिए मिलती है। इसके साथ ही अदरक और लहसुन का अचार सर्दियों में रात्रि खाने में विशेष रूप से दिया जाता है। रात भर दो से तीन बार चाय भी पिलाई जाती है। गले की खराबी के लिए बाम की डिब्बी और शहद की छोटी कटोरी भी पोस्ट पर पक्के तौर पर रखी होती है।
पंजाबी गीत हैं जवानों की पहली पसंद
सीमा पर तैनात बीएसएफ के जवान रात को सतर्कता के साथ पहरा देते हैं। ड्यूटी आफ करने के बाद वह देशभक्ति से जुड़े गीतों पर झूमते हैं। त्योहारों के दिनों में बीएसएफ के ये जवान दिन के समय फिल्म का आनंद भी लेते हैं। वैसे दिन के समय गुरदास मान, सतिंदर सरताज, मनमोहन वारिस, हरभजन मान के गीत सुनना वे अधिक पसंद करते हैं। बीएसएफ के जवान पंजाबी गीतों पर भी झूमते हैं।