तरनतारन में शिअद के पूर्व पार्षद के घर एनआइए की छापामारी, पंजाब में आतंकी घटना से है कनेक्शन
एनआइए की टीम ने शिअद नेता व पूर्व पार्षद सरबरिंदर सिंह भरोवाल के घर पर रेड की है। बताया जाता है कि प्लाटों की खरीदो-फरोखत के मद्देनजर बैंक अकाउंट के माध्यम से मोटी रकम की ट्रांजेशन हुई है। इसी की जांच की जा रही है।
जासं, तरनतारन। आतंकी संगठन से जुड़े मामले की जांच में लगी नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी (एनआइए) की टीम ने शुक्रवार की सुबह तरनतारन में दो स्थानों पर छापामारी की। निजी स्कूल के मालिक व शिअद से संबंधित पूर्व पार्षद के घर में छापामारी दौरान टीम ने करीब सात घंटे की तफ्तीश के बाद बैंक खातों का रिकार्ड व मोबाइल फोन कब्जे में ले लिए। जाते हुए टीम ने दोनों को 25 जनवरी को मोहाली स्थित कार्यालय में हाजिर होने के आदेश दिए। एनआइए की टीम सुबह करीब आठ बजे सरदार एंक्लेव स्थित मनजिंदर सिंह कुकरेजा के घर पहुंची।
कस्बा सरहाली में निजी स्कूल चलाने वाले मनजिंदर सिंह ने बस अड्डा के समीप अपना एक प्लाट शिअद से संबंधित पूर्व पार्षद सरबरिंदर सिंह भरोवाल को बेचा था, जिसकी बकायदा बैनामा भी किया गया है। एनआइए की टीम ने मनजिंदर सिंह के परिवार से करीब 11 बजे तक पूछताछ की। इस दौरान मनजिंदर सिंह का मोबाइल, बैंक खातों का रिकार्ड कब्जे में ले लिया।
एसएसपी रैंक के अधिकारी की अगुआई वाली उक्त टीम शिअद से संबंधित सरबरिंदर सिंह भरोवाल के आवास पर पहुंची। यहां पर टीम ने दोपहर दो बजे तक गहन तफ्तीश की। इस दौरान भरोवाल का रिवाल्वर पाया गया। जिसका लाइसेंस चेक करने के बाद टीम ने उसे लौटा दिया जबकि बैंक खातों का रिकार्ड व भरोवाल का मोबाइल कब्जे में ले लिया।
सरबरिंदर सिंह भरोवाल के घर में एनआइए की टीम की दबिश की सूचना मिलते ही शिअद से संबंधित पूर्व सीपीएस हरमीत सिंह संधू, एसजीपीसी के पूर्व कार्यवाहक अध्यक्ष अलविंदरपाल सिंह पखोके व शिअद के उपाध्यक्ष रमनदीप सिंह भरोवाल भी वहां पहुंचे, परंतु अधिकारियों ने उन्हें घर के उस क्षेत्र में जाने से मना कर दिया, जहां पर तफ्तीश की जा रही थी। मौके पर कवरेज करने पहुंचे दो मीडिया कर्मियों के मोबाइल हरमीत सिंह संधू ने ये आपत्ति जताते अपने कब्जे में ले लिए कि बिना अनुमति के वीडियोग्राफी की जा रही है। बाद में वीडियो रिकार्डिंग डिलीट करके मोबाइल पत्रकारों को लौटा दिए गए।
पूर्व पार्षद सरबरिंदर सिंह भरोवाल ने बताया कि वे कलोनाइजर हैं। प्लाटों के कारोबार दौरान बैंक में जमा हुई राशि की जांच करने के लिए टीम यहां पहुंची थी।
लुधियाना ब्लास्ट से तो नहीं जुड़े तार
लुधियाना बम ब्लास्ट मामले की जांच एनआइए को सौंपी गई थी। सूत्रों मुताबिक, एनआइए की टीम को सूचना मिली थी कि विदेश से फडिंग हुई है। उक्त फडिंग की जांच दौरान विभिन्न लोगों के खातों का रिकार्ड कब्जे में लेकर जांच की जा रही थी। ये उन लोगों का रिकार्ड कब्जे में लिया जा रहा था, जिनके खाते से राशि विदेशों से पंजाब में ट्रांसफर हुई। जांच के मद्देनजर एनआइए की टीम ने यहां दबिश दी। हालांकि एनआइए के किसी अधिकारी ने इस बात की कोई पुष्टि नहीं की। जबकि सब डिवीजन तरनतारन के डीएसपी बरजिंदर सिंह कहते हैं कि आतंकी घटना से संबंधित जांच में लगी एनआइए ने उक्त घरों में दबिश दी है।